मुकदमा न लिखने पर कोतवाली के सामने शव रखकर किया घेराव
जागरण संवाददाता उरई मोहल्ला बघौरा में दहेज के लिए विवाहिता को मौत के घाट उतारने के मामले में 12 घंटे बाद भी पुलिस द्वारा मुकदमा दर्ज न किए जाने पर मृतका के मायके वालों का सब्र जबाव दे गया।
जागरण संवाददाता, उरई : मोहल्ला बघौरा में दहेज के लिए विवाहिता को मौत के घाट उतारने के मामले में 12 घंटे बाद भी पुलिस की ओर से मुकदमा दर्ज न किए जाने पर मृतका के मायके वालों का सब्र जबाव दे गया। गुरुवार को मृतका के स्वजनों ने कोतवाली के सामने शव रखकर हंगामा काटना शुरू कर दिया। इस दौरान पुलिस व स्वजनों के बीच नोकझोंक भी हुई और पुलिस ने जाम हटाने के लिए लोगों को खदेड़ा भी। कुछ देर बाद पुलिस बैकफुट पर आ गई। तहरीर के आधार पर दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज होने के बाद आक्रोशित लोग पीछे हट गए।
मोहल्ला बघौरा में बुधवार को 24 वर्षीय विवाहिता मनीषा की संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी। शव घर में छोड़कर पति जितेंद्र कुमार फरार हो गया था। मनीषा का मायका माधौगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम धरमपुरा तौर में है। तीन साल पहले उसकी शादी हुई थी। मनीषा की मौत की जानकारी होने के बाद मायके वाले रात में ही बघौरा पहुंच गए। इस दशा में मनीषा का शव मिला उसे देखकर साफ लग रहा था कि उसे यातनाएं देकर मारा गया है। गर्दन पर रस्सी कसी हुई थी, हाथों में चाकू के घाव थे इसके अलावा पीठ पर भी कई जख्म थे। पिता शिवकुमार ने बताया पांच लाख रुपये की मांग को लेकर ससुराल वाले बेटी को प्रताड़ित कर रहे थे। तीन लाख रुपये वह दे चुका था, लेकिन दो लाख रुपये नहीं दे पाया था। इसके चलते बेटी की हत्या कर दी। तहरीर देने के बाद भी दहेज हत्या की रिपोर्ट नहीं दर्ज की गई। इसके बाद शव को जिला अस्पताल की मोर्चरी में रख दिया गया। गुरुवार दोपहर तक पुलिस का यही रवैया रहा, जिसके बाद मायके वालों का गुस्सा भड़क गया। मोर्चरी से मृतका के स्वजन शव उठा लाए और कोतवाली के सामने रख दिया। जिसके बाद हंगामा शुरू कर दिया। इसके बाद माहौल बेहद संवेदनशील हो गया और पुलिस बैकफुट पर आ गई। तहरीर के आधार पर पति जितेंद्र कुमार व उसके पिता वृद्धावन के विरुद्ध दहेज हत्या की धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया गया। वृंदावन पुलिस विभाग में सिपाही के पद पर तैनात है, फतेहपुर जनपद में उसकी तैनाती है। मुकदमा दर्ज होने के बाद मायके वालों का गुस्सा शांत हुई। अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. अवधेश सिंह ने मनीषा की शादी को सात साल से कम हुए थे लिहाजा तहरीर के आधार पर दहेज हत्या की धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। सीओ सिटी संतोष कुमार मुकदमे की विवेचना करेंगे। जल्द आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जाएगा। हत्या के बाद दिया खुदकशी का रूप
मनीषा की चाची का प्रेमिला का कहना है कि भतीजी के साथ ससुराल वालों आमनवीयता की सभी हदें पार कर दीं। मनीषा इकलौती बेटी थी। इस तरह का सलूक ससुराल वालों ने उसके साथ किया हैं उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए, लेकिन पुलिस का इस मामले में बेहद गैर जिम्मेदाराना रवैया अपनाया है। मासूम आरव से छिना ममता का आंचल
मनीषा की शादी तीन साल पहले हुए थी। इस बीच उसने एक पुत्र को जन्म दिया। पुत्र आरव डेढ़ साल का है। मनीषा की मौत के बाद आरव से ममता का आंचल छिन गया है। मायके वालों का कहना है कि आरव का पालन पोषण वे लोग करेंगे। मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी शिकायत
मनीषा के चाचा ने बताया कि कोतवाली पुलिस द्वारा मुकदमा दर्ज नहीं किए जाने पर उसने सीएम पोर्टल पर भी शिकायत की थी। इसके बाद कोतवाली पुलिस हरकत में आयी। उधर, कोतवाल ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर आरोपितों की तलाश के लिए दबिश की जा रही है।