चरखारी के राजपरिवार में रार, बुलानी पड़ी पुलिस
संवाद सहयोगी, चरखारी (महोबा): बुंदेलखंड की सबसे बड़ी रियासत रही चरखारी स्टेट के राजपि
संवाद सहयोगी, चरखारी (महोबा): बुंदेलखंड की सबसे बड़ी रियासत रही चरखारी स्टेट के राजपरिवार में राजमाता उर्मिला सिंह और छोटे बेटे राजा जयराज सिंह के बीच विवाद इतना गहरा गया कि पुलिस प्रशासन को राजमहल राववाग पैलेस में तीन घंटे पीएसी बल तैनात करना पड़ा। मामले में मध्यस्थ बने सीओ दिनेश यादव व एसएचओ रीता ¨सह ने घंटों प्रयास के बाद दोनो पक्षों में समझौता कराया।
राववाग पैलेस में राजमाता उर्मिला ¨सह व उनके छोटे बेटे राजा जयराज ¨सह जूदेव के बीच जमीन बंटवारे को लेकर सिविल कोर्ट में मुकदमा चल रहा है। राजा जयराज सिंह के मुताबिक उनकी पत्नी से राजामाता के नौकर ने नशे में अभद्रता की। नौकर को भगाने पर राजमाता ने प्रतिष्ठा मानकर विवाद उत्पन्न करते हुए पुलिस को बुला लिया।
वहीं राजमाता उर्मिला ¨सह ने बताया कि छोटे राजा जयराज ¨सह जूदेव ने राजमहल के सेवक राजेश की पिटाई कर दी। जब कारण जानना चाहा तो जयराज ने उग्र होकर मेरी पुत्री राजकुमारी जयती ¨सह को धमकाते हुए बड़े पुत्र व रियासत की गद्दी प्राप्त महाराजा जय ¨सह जूदेव से मारपीट कर चुटहिल कर दिया। इस पर पुलिस बुलाई गई थी। सूचना पर सीओ दिनेश यादव व थाना प्रभारी रीता ¨सह पुलिस बल के साथ पहुंचीं और बातचीत कर राजमाता व उनके छोटे पुत्र के बीच सुलहनामा लिखवाकर मामला शांत कराया। देर रात तक राजमहल में पुलिस पीएसी बल देखते हुए लोग बाहर जमा रहे। पुलिस ने किसी को भी अंदर जाने नहीं दिया। बैनामे का बताया विवाद का कारण
छोटे राजा व सपा नेता जयराज ¨सह जू देव ने बताया कि पूर्व सांसद गंगाचरण राजपूत के पक्ष में राजमाता ने पुराना राजमहल, नगर पालिका परिषद भवन और गोवर्धन नाथ जू मंदिर का बैनामा कर दिया। इसका उन्होंने विरोध किया है। इसलिए उन्हें झूठे मुकदमे, अनुसूचित जाति एक्ट, भूमाफिया, अवैध शस्त्रों के आरोप में जेल भेजा जा सकता है। इसकी शिकायत उन्होंने मुख्यमंत्री, डीजीपी पुलिस के पोर्टल में भी की है।
परिवार में नौकर को लेकर विवाद हो गया था, सूचना पर मौके पर गए थे। सब कुछ सामान्य होने पर वापस लौट आए।
- दिनेश यादव, सीओ, चरखारी