आंधी न झेल पाया रेलवे का बैरियर, टूटा
संवाद सहयोगी, कोंच : तेज आंधी ने रेलवे का कार्य की गुणवत्ता खोल दी। हवा के तेज झोंके को बैरियर झेल न
संवाद सहयोगी, कोंच : तेज आंधी ने रेलवे का कार्य की गुणवत्ता खोल दी। हवा के तेज झोंके को बैरियर झेल नहीं सका और बीच से टूटकर गिर गया। ट्रेन आने के दौरान चैन लगाकर यातायात रोक गया। सूचना मिलते ही तकनीकी दल पहुंच गया और शाम को उसे ठीक किया जा सका।
नगर के मुख्यमार्ग की रेलवे क्रा¨सग पर रेलवे ने इलेक्ट्रॉनिक बैरियर लगाया। जब ट्रेन क्रास होती है तब आवागमन रोकने के लिए बैरियर को नीचे किया जाता है। एल्मुनियम का बना यह बैरियर गुणवत्ता में काफी कमजोर है। जरा सी भी टक्कर लगने पर कई बार टूट चुका है। सोमवार को तेज हवा के चलने से अचानक बीच से तिरछा होकर टूट गया। रेलवे के अधिकारियों ने लोहे की चैन लगाकर आवागमन को रोका। गुणवत्ता विहीन हल्के बैरियर की अब तक उसकी कीमत से ज्यादा की राशि रेलवे मरम्मत में खर्च कर चुका है। पहले बैरियर लोहे के हुआ करते थे जो तेज हवा एवं वाहन की टक्कर भी सहन कर लेते थे। अब पतले एल्मुनियम के बैरियर बाइक की टक्कर भी नहीं सह पाते हैं।स्टेशन अधीक्षक राजीव कौशिक का कहना है कि बैरियर कमजोर था। कुछ दिन पूर्व एक रोडवेज बस ने टक्कर मारकर बैरियर को क्षतिग्रस्त कर दिया था, जिसके चलते तेज हवा के चलने से बैरियर इसी जगह से टूट गया।