पहली बारिश में खुली सफाई की पोल
संवाद सहयोगी, कालपी : मानसून सिर पर है। नगर पालिका ने अब तक नालों की सफाई नहीं कराई है। जबकि हर वर्ष
संवाद सहयोगी, कालपी : मानसून सिर पर है। नगर पालिका ने अब तक नालों की सफाई नहीं कराई है। जबकि हर वर्ष बारिश में यह नाले लोगों के लिये मुसीबत बन जाते हैं फिर भी पालिका इनकी सफाई में लापरवाही बरत रही है। गुरुवार को हुई बारिश ने सफाई व्यवस्था की पोल खोल कर दी है। कस्बे में हर तरफ बजबजाती नालियां देखने को मिल रही है। यहां से लोगों का निकलना दूभर हो गया है
नगर के निकासा मोहल्ले से खानकाह शरीफ के सामने बीच बस्ती से निकला नाला हर साल बारिश में लोगों के लिये बड़ी मुसीबत बन जाता है। गुरुवार की सुबह हुई बारिश ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी क्योंकि अभी तक पालिका के जिम्मेदार निद्रा में लीन हैं। अभी तक नाले की सफाई नहीं कराई गई है जबकि क्रा¨सग पर नाला की पुलिया पूरी तरह चोक है। जिसके कारण नाले का पानी एक ओर से दूसरी ओर नहीं निकल पाता है। वहीं यह नाला कच्चा है, इसका न तो फर्श बना है और न दीवारें ही हैं। जिससे बारिश होने पर नाले का पानी सड़क से एक फीट ऊपर तक बहता है। मोहल्ले के राजेश, इमरान, संजय, अकबर रजा, मोहम्मद आदि ने बताया कि पिछले 25 वर्षो से नाले की सफाई महज औपचारिकता मे निपटा दी जाती है। जिसके कारण यह नाला गंदगी से पट चुका है। बारिश के दौरान ऊपर के मोहल्लों से आने वाली गंदगी के कारण दुर्गंध से लोग बेहाल हो जाते हैं।
पालिका सफाई के नाम पर करती है खानापूर्ति
इस नाले की पूरी सफाई पिछले 25 वर्षो से नहीं की गई है। हर साल नाला की सफाई के लिए लाखों रुपये का बजट आता है लेकिन सफाई के नाम पर खानापूर्ति कर पूरा बजट डकार लिया जाता है। नाले के किनारे बसे लोग बताते हैं कि सफाई के नाम पर नाले से सिर्फ पॉलीथिन भर बीन ली जाती हैं। उसमें जमी सिल्ट नहीं निकाली जाती है और न ही झाड़ियां को हटाया जाता है। जिसके कारण यह नाला चोक हो चुका है। इस बार भी बारिश में यह नाला लोगों पर कहर बरपाएगा।
अधिशासी अधिकारी सुशील कुमार ने बताया कि नालों की सफाई का कार्य प्रगति पर है और जल्द ही नगर के सभी नालों की सफाई भी कराई जाएगी।