संगठित होने पर ही प्रधानों को मिलेंगे अधिकार
जागरण संवाददाता, उरई : अब प्रधानों की समस्याएं एक ही मंच से उठाई जाएंगी। जिले के दोनों संग
जागरण संवाददाता, उरई : अब प्रधानों की समस्याएं एक ही मंच से उठाई जाएंगी। जिले के दोनों संगठन एक हो गए हैं। सोमवार को जालौन रोड स्थित कार्यालय में निर्णय लिया गया कि दोनों ही संगठन तत्काल प्रभाव से अपनी कार्यकारिणी भंग करेंगे। इसके बाद एक सप्ताह के अंदर संगठन बनाकर कार्यकारिणी का गठन किया जाएगा। प्रधानों से अपनी समस्याएं भी बैठक में रखीं। कहा गया कि एकजुटता से ही अधिकारों की लड़ाई लड़ी जा सकती है।
गौरतलब है कि जिले में प्रधानों के दो संगठन काम कर रहे थे। पहला संगठन अखिल भारतीय प्रधान संगठन है जिसके जिलाध्यक्ष अमित द्विवेदी इतिहास हैं जबकि पंचायती राज ग्राम प्रधान संगठन के जिलाध्यक्ष अजय दीक्षित हैं। दो संगठन होने के चलते प्रधान भी असमंजस की स्थिति में रहते थे। साथ ही अपने अधिकारों की मांग भी जोरदार तरीके से नहीं उठा पा रहे थे। जिसको देखते हुए प्रधानों ने निर्णय लिया कि एक ही संगठन बनाया जाए। सोमवार को जालौन रोड में हुई बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि दोनों ही संगठन अपनी कार्यकारिणी भंग करें। इसके बाद एक संगठन बनाकर जिलाध्यक्ष बनाया जाएगा। एकता के बिना अधिकार नहीं मिल पाएंगे। अमित द्विवेदी इतिहास ने कहा कि प्रधानों के दो संगठन होने का पूरा फायदा अधिकारी उठा रहे हैं। हम सभी के एक मंच पर आकर अपनी आवाज को बुलंद करना होगा। संगठन को मजबूती भी देनी होगी। इसके लिए हर प्रधान सहयोग करे। अजय दीक्षित ने कहा कि एकता में ही ताकत है। जिले का हर प्रधान एक है। संगठन की कार्यकारिणी गठित होने के बाद ब्लाक स्तर तक मजबूत बनाने का प्रयास किया जाएगा। प्रधानों का उत्पीड़न किसी सूरत में नहीं होने देंगे। इस मौके पर आमोद उदैनिया, सीमा तिवारी, हेमंत कुशवाहा, जितेंद्र पांडेय, सुनीता गुप्ता, जवाहर ¨सह, गिरजा शंकर सहित कई प्रधान उपस्थित रहे।