डेढ़ सैकड़ा परिषदीय स्कूल बनेंगे स्मार्ट
जागरण संवाददाता, उरई : जनपद में संचालित परिषदीय स्कूलों के दिन बहुरने का समय आ गया है। ज
जागरण संवाददाता, उरई : जनपद में संचालित परिषदीय स्कूलों के दिन बहुरने का समय आ गया है। जल्दी ही डेढ़ सैकड़ा स्कूलों को स्मार्ट कक्षाओं से लैस किए जाने की तैयारी है। इन स्कूलों में कक्षाओं में टायल्स लगाने के साथ ही प्रोजेक्टर भी लगेंगे। अन्य आवश्यक सुविधाएं भी दी जा सकती हैं। बेसिक शिक्षा विभाग ने विद्यालयों की सूची जिला पंचायती राज विभाग को भेज दी है। चौदहवें वित्त के पैसे से इन स्कूलों का कायाकल्प होगा। इसके लिए कार्ययोजना तैयार की जा रही है।
जिले में 1800 से अधिक परिषदीय स्कूल संचालित हो रहे हैं। इनमें से कई प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों को संवारने का कार्य किया जाना है। इनमें एक सैकड़ा प्राथमिक व 65 अंग्रेजी माध्यम और आठ कस्तूरबा स्कूलों का चयन किया गया है। इन स्कूलों को निजी स्कूलों की तरह ही स्मार्ट बनाया जाएगा ताकि इन स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे सुविधाओं के साथ ही गुणवत्तापरक शिक्षा ग्रहण कर सकें। बीएसए राजेश कुमार शाही ने स्कूलों की सूची जिला पंचायती राज विभाग को भेज दी है। जिला पंचायती राज विभाग इन चयनित स्कूलों में कक्षाओं में टायल्स लगवाने के साथ ही प्रोजेक्टर भी लगवाएगा। जो अन्य सुविधाएं हो सकेंगी उनको भी दिए जाने का प्रयास किया जाएगा ताकि यह स्कूल एकदम अलग नजर आएं। चौदहवें वित्त की धनराशि से स्कूलों का कायाकल्प होगा। डीपीआरओ राजबहादुर ने बताया कि सूची मिली है। अब कार्ययोजना बनाकर स्कूलों में कार्य कराया जाएगा।
शिक्षा गुणवत्ता सुधार की बेहतर पहल
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राजेश कुमार शाही ने समग्र गांव, अधिकारियों के गोद लिए गांवों के स्कूलों को इसमें चयनित किया है। इस पहल को सार्थक माना जा रहा है। निजी स्कूलों की तरह ही अगर परिषदीय स्कूलों के बच्चों को सुविधाओं के साथ अच्छी शिक्षा मिलेगी तो अभिभावक अपने बच्चों का दाखिला इन स्कूलों में कराने के लिए आगे आएंगे।
लगभग हर स्कूल की दशा सुधारने का होगा प्रयास
जनपद के लगभग सभी स्कूलों की दशा को सुधारने के लिए प्रयास किया जा रहा है। जिन स्कूलों के भवन जर्जर हालत में हैं उनकी सूची बनवाकर बजट मांगा गया है। परिषदीय स्कूलों में बच्चों को अच्छी शिक्षा मिले और नामांकन बढ़े इसके लिए विभाग का पूरा प्रयास है। शिक्षक में इसमें अपना सहयोग दे रहे हैं।
राजेश कुमार शाही, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी