कर्ज में डूबे किसान की मौत के मामले की जांच को पहुंचे अधिकारी
कोतवाली क्षेत्र के ग्राम जमरेही में कर्ज के बोझ तले दबे किसान द्वारा खुदकशी किए जाने की घटना के बाद उसके परिवार वालों का बुरा हाल है। किसान ही खेतीबारी कर किसी तरह परिवार पाल रहा था। घर के मुखिया की मौत के बाद सब बेसहारा हो गए हैं। रविवार को एसडीएम गांव पहुंचे और किसान के परिवार वालों को नियमानुसार आर्थिक सहायता प्रदान करने का भरोसा दिया।
संवाद सहयोगी, माधौगढ़ : कोतवाली क्षेत्र के ग्राम जमरेही में कर्ज के बोझ तले दबे किसान द्वारा खुदकशी किए जाने की घटना के बाद उसके परिवार वालों का बुरा हाल है। किसान ही खेतीबारी कर किसी तरह परिवार पाल रहा था। घर के मुखिया की मौत के बाद सब बेसहारा हो गए हैं। रविवार को एसडीएम गांव पहुंचे और किसान के परिवार वालों को नियमानुसार आर्थिक सहायता प्रदान करने का भरोसा दिया।
ग्राम जमरेही अव्वल निवासी 45 वर्षीय किसान राजा भैया पुत्र जगन्नाथ ने शुक्रवार की देर रात आम के पेड़ से फांसी लगा कर खुदकशी कर ली थी। राजा भैया ने स्टेट बैंक से किसान क्रेडिट कार्ड बनवाकर ऋण लिया था, परंतु खेती में पैदावार ठीक न होने की वजह से वह कर्ज नहीं चुका पा रहा था। ब्याज बढ़ता जा रहा था, बैंक ने जब 2.11 लाख कर्ज का नोटिस भेजा, तो वह हताश हो गया और जान दे दी। रविवार को एसडीएम शालिकराम व तहसीलदार प्रेमनारायण प्रजापति ने मौके पर पहुंचकर किसान की पत्नी सरोज व पुत्रों से मुलाकात की और पूरी जानकारी ली। एसडीएम ने बताया कि किसान के परिवार वालों को नियमानुसार आर्थिक सहायता प्रदान कराई जाएगी। किन हालातों में किसान ने खुदकशी की इसकी जांच कराई जा रही है।