मैटरनिटी क्लीनिक चलाने वाली नर्स पर मुकदमा
संवाद सहयोगी जालौन
मैटरनिटी क्लीनिक चलाने वाली नर्स पर मुकदमा
संवाद सहयोगी, जालौन : घर में चल रहे मैटरनिटी क्लीनिक में महिला स्वास्थ्य कर्मचारी ने महिला को प्रसव के लिए भर्ती किय था। जब हालत बिगड़ी तो उसे भगा दिया था। परिवार के लोगों ने महिला को कानपुर में भर्ती कराया और जच्चा बच्चा की जान बचाई। महिला के पति ने डीएम से शिकायत की थी। एसडीएम की जांच के बाद चिकित्सा अधीक्षक ने महिला नर्स के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
मोहल्ला ओझा निवासी मोहम्मद आरिफ मंसूरी ने बताया कि एक माह पहले उसने अपनी गर्भवती पत्नी शबनम बानो का प्रसव कराने के लिए मोहल्ला चुर्खीबाल में घर में संचालित निजी मैटरनिटी होम में भर्ती कराया था। वहां मौजूद ममता ने स्वयं को नर्सिंग होम की संचालिका बताते हुए कहा कि उसका मैटरनिटी होम पंजीकृत है। उनके पास डिलीवरी से संबंधित निर्धारित योग्यता एवं पर्याप्त अनुभव है। विश्वास में आकर उन्होंने अपनी पत्नी को मैटरनिटी होम में भर्ती करा दिया। डिलीवरी के उपरांत पत्नी को अत्यधिक रक्तस्राव होने के चलते वह अचेत हो गई। कुछ समय बाद नवजात शिशु की हालत भी गंभीर हो गई। इसके बाद उन्होंने नर्स से कहा तो उसने उन्हें भगा दिया था। इसके बाद उन्होंने किसी तरह जिला अस्पताल से कानपुर पहुंचकर जान बचाई थी। 1 अगस्त को डीएम से इसकी शिकायत की थी। जिलाधिकारी ने मामले की जांच एसडीएम को सौंपी थी। एसडीएम राजेश सिंह ने मामले की जांच की तो बगैर पंजीकरण व वांछित योग्यता के प्रसव केंद्र चलाने के आरोप सही पाए गए। एसडीएम की रिपोर्ट पर जिलाधिकारी ने सीएमओ को नर्स ममता के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने के निर्देश दिए। सीएमओ ने निर्देश पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डा. केडी गुप्ता ने आरोपित नर्स के मामला दर्ज करा दिया है। कोतवाली प्रभारी शैलेंद्र सिंह ने बताया कि उच्च अधिकारियों के निर्देश पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई, शीघ्र कार्रवाई की जाएगी।