दुकानें बाहर पर सुरक्षा के इंतजाम नाकाफी
जागरण संवाददाता, उरई : दीपावली पर्व को लेकर बड़ी संख्या में आतिशबाजी का बाजार सजता है। इ
जागरण संवाददाता, उरई : दीपावली पर्व को लेकर बड़ी संख्या में आतिशबाजी का बाजार सजता है। इस बार सुरक्षा के मद्देनजर दुकानों को आबादी से बाहर लगाने के आदेश दिए गए हैं। जिला मुख्यालय और तहसील क्षेत्रों में यही नजर आ रहा है, पर ग्रामीण क्षेत्रों में अनदेखी भारी पड़ सकती है। हालांकि दुकानें तो बाहर लगा दी गईं पर सुरक्षा मानकों का ख्याल नहीं रखा जा रहा है। यही कारण है कि अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान खामियां सामने आ रही हैं।
किसी चूक से कहीं कोई घटना नहीं हो जाए, इसे देखते हुए इस बार प्रशासन ने सख्ती बरती है। आतिशबाजी की दुकानें आबादी से बाहर लगाने का पूरा इंतजाम किया गया है। हालांकि सुरक्षा के जो मानक हैं, वह खरे नहीं उतर रहे हैं। दुकानदारों ने महज पानी के ड्रम रख खानापूर्ति कर ली है। कई दुकानों के बीच एक ही ड्रम रखे जाने का नजारा भी सामने आता है। कई स्थानों पर एल आकार में दुकानों को नहीं लगाया गया और न ही दो दुकानों के बीच निर्धारित जगह ही छोड़ी गई है।
उरई में वर्षों से आंबेडकर चौराहे के पास बारूद की दुकानें लगती हैं, जिनको इस बार शहर के बाहर रामकुंड के पास लगवाया गया है। हालांकि मुख्यालय होने के चलते यहां पर अधिकारियों की पूरी नजर है, जिससे कोई खास खामी नजर नहीं आ रही है।
माधौगढ़ तहसील : आतिशबाजी की दुकानों को प्रशासन ने कस्बा के बाहर बगीचे में लगवाई है। रामपुरा बस स्टैंड के पास बगीचे में बाजार तो लगा है पर सुरक्षा मानकों की कमी साफ नजर आती है।
जालौन तहसील : प्रशासन की रोक के बाद भी नगर में कुछ दुकानें रिहायशी क्षेत्र में लगी हुई हैं। पहले यह दुकानें कोंच चौराहे पर मुख्य मार्ग पर लगती थीं। इस बार छत्रसाल इंटर कालेज की जगह पर लगाई जा रही हैं। जहां से विद्यालय चंद कदम की दूरी पर है तथा बगल में ही रिहायशी इलाका भी है। रिहायशी क्षेत्र में दुकानें होने तथा तीन तीन घटनाएं होने के बाद भी प्रशासन नहीं चेता है।
कोंच तहसील : वर्षों से अतिशबाजी की दुकानें नगर के बाहर धनुताल के पास लगती आ रही हैं। दुकानदारों के पास पर्याप्त अग्निशमन यंत्र हैं। साथ ही पास ही पानी से भरा धनुताल है।आतिशबाजी से कहीं कोई दुर्घटना न हो इसके लिए प्रशासन ने धनुताल के पास खाली पड़े मैदान में स्थान निश्चित कर दिया था।