जिला महिला अस्पताल में प्रसूता व नवजात के लिए नया वार्ड
स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने की कवायद जागरण संवाददाताए उरई कोरोना काल के बीच अन्य
स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने की कवायद
जागरण संवाददाताए उरई: कोरोना काल के बीच अन्य मरीजों को राहत मिल सके खासतौर से जिला महिला अस्पताल में प्रसूता व नवजात को भर्ती करने में दिक्कत न हो इसके लिए पांच बेड का नया वार्ड सृजित करने की योजना बनाई गई है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ ऊषा सिंह के निर्देश पर जिला महिला अस्पताल में वार्ड बनाने की तैयारियां शुरू कर दी गई है। जिला महिला अस्पताल में ओपीडी और इमरजेंसी दोनों सेवाएं सुचारु रुप से संचालित की जा रही हैं। इसमें डॉक्टर व अन्य स्टाफ मरीजों को देख रहा है। रोजाना प्रसव कक्ष में छह से दस तक डिलेवरी हो रही है। जबकि ओपीडी में प्रतिदिन 80 से 100 मरीज देखकर उन्हें इलाज मुहैया कराया जा रहा है। कोरोना से बचाव के लिए भी इंतजाम किए जा रहे हैं। प्रसव कराने आई महिलाओं की कोरोना जांच भी की जा रही है। हालांकि अभी तक एक भी ऐसा केस नहीं आया है जिसमें प्रसव कराने आई गर्भवती पॉजिटिव निकली हो। फिर भी ऐहितयात के तौर पर पूरी सतर्कता बरती जा रही है। यदि प्रसव पीड़िता पॉजिटिव निकलती है तो उसके लिए भी एक वार्ड आरक्षित कर दिया गया है, जिसमें पांच बेड है। इसी तरह नवजात के पॉजिटिव निकलने पर उनके इलाज के लिए पांच बेड वाला एक वार्ड आरक्षित कर दिया गया है। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ अरुणेंद्र कुमार त्रिपाठी ने बताया कि जिला महिला अस्पताल में अभी तक कोई प्रसूता या नवजात पॉजिटिव नहीं निकला है। स्टाफ से कहा गया है कि किसी भी मरीज के इलाज के दौरान पूरी सतर्कता बरते। इस बात का भी ख्याल रखें कि मरीज परेशान न हो।