स्वच्छता अभियान का सच दिखाता मोहल्ला बिजलीघर
यहां की लगभग सभी नालियां चोक पड़ी हैं। गंदगी के बीच से होकर लोग सड़क पर गुजरने को मजबूर हैं। स्थानीय निवासी अरुण बलवान प्रमोद अंकित मानवेंद्र व ब्रजेंद्र आदि ने बताया कि पिछले कई माह से मुहल्ले में नाली साफ नहीं कराई गई है। झाड़ू लगाना दूर की बात यहां से कूड़ा तक नहीं उठाया जाता है। मोहल्ले में गंद
संवाद सहयोगी, कालपी : नगर पालिका के जिम्मेदार ही स्वच्छ भारत अभियान को पलीता लगाते दिख रहे हैं। स्वच्छता को लेकर कितने जागरूक हैं, इसकी कलई खोलने के लिए बिजली घर मोहल्ला काफी है। गंदगी से पटी पड़ी नालियों के चलते गंदा पानी लोगों के घरों के सामने बह रहा है। जगह-जगह लगे कूड़े के ढेरों से उठने वाली सड़ांध से बाशिदों का हाल बेहाल है। लोगों का आरोप है कि शिकायत के बाद भी कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है।
झांसी-कानपुर हाईवे से सटा हुआ बिजली घर मोहल्ला है। यहां की लगभग सभी नालियां चोक पड़ी हैं। गंदगी के बीच से होकर लोग सड़क पर गुजरने को मजबूर हैं। स्थानीय निवासी अरुण, बलवान, प्रमोद, अंकित, मानवेंद्र व ब्रजेंद्र आदि ने बताया कि पिछले कई माह से मुहल्ले में नाली साफ नहीं कराई गई है। झाड़ू लगाना दूर की बात, यहां से कूड़ा तक नहीं उठाया जाता है। मोहल्ले में गंदगी का अंबार लगा है। गंदा पानी सड़कों पर बहता है।
शिकायत के बाद भी नहीं सुनती है पालिका
लोगों का आरोप है कि कई बार पालिका कार्यालय में शिकायत की जा चुकी है, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। जल्द सफाई नहीं कराई गई तो बीमारी फैल सकती है। मोहल्ले के ओमप्रकाश श्रीवास्तव, रामचरन प्रनामी, अशोक सिंह व हरिजन सिंह आदि कहते हैं कि पालिका हर माह शहर की सफाई व्यवस्था पर लाखों रुपये खर्च करने का दावा करती है फिर भी सफाई व्यवस्था नगण्य है। हालत यह है कि बच्चों को घर से बाहर नहीं खेलने देते हैं। बीमारी का डर सताता है।
पालिका के ईओ सुशील कुमार ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। गैंग लगवाकर सफाई कराई जाएगी।