कई विद्यालय शिक्षामित्रों के भरोसे तो चार में लटके ताले
फोटो संख्या 1 -हाल परिषदीय विद्यालयों का संवाद सूत्र रामपुरा परिषदीय विद्यालयों को सरक
फोटो संख्या : 1 -हाल परिषदीय विद्यालयों का
संवाद सूत्र, रामपुरा : परिषदीय विद्यालयों को सरकार द्वारा भले ही अत्याधुनिक सुविधाओं से परिपक्व किया जा रहा हो,लेकिन इस क्षेत्र में शिक्षकों की कमी से नौनिहालों के भविष्य की किसी को फिक्र नहीं है।
क्षेत्र के 10 स्कूल महज शिक्षामित्रों के भरोसे हैं तथा 4 स्कूलों में तो तालाबंदी चल रही है। ऐसी स्थिति में नौनिहालों की पढ़ाई भगवान भरोसे है। ब्लाक क्षेत्र के डेढ़ सैकड़ा के लगभग परिषदीय विद्यालयों में 253 शिक्षकों व 92 शिक्षामित्रों के अलावा अनुदेशकों व अनुचरों की तैनाती है। फिर भी बच्चों की प्राथमिक शिक्षा बेपटरी चल रही है।
क्षेत्र के नदिया पार इलाके की भौगोलिक स्थिति भी बहुत दयनीय है। पहुज नदी व सिध नदी के दोनों ओर स्कूल हैं मगर गुरुजी जाना भी मुनासिब नहीं समझते हैं। करीब आधा सैकड़ा से भी ज्यादा स्कूल सिर्फ एक-एक अध्यापक के भरोसे हैं। जबकि यह अध्यापक सिर्फ कागजी कार्रवाई पूरी करने में व्यस्त रहते हैं फिर पढ़ाई तो औपचारिकता रहती है।14 स्कूल तो शिक्षक विहीन हैं तो 4 स्कूलों में तो बिल्कुल तालाबंदी रहती है।
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प्राथमिक विद्यालयों एवं उनकी स्थिति पर एक नजर
ब्लॉक रामपुरा
कुल प्राथमिक विद्यालय -114
कुल जूनियर हाईस्कूल -48
एकल स्कूल -54
शिक्षक विहीन -14
शिक्षामित्रों के आश्रित -10
ग्राम भटपुरा, बिलौहा, महमूद पुरवा आदि सहित तालाबंदी स्कूल -04
कुल अध्यापक -253
कुल शिक्षामित्र -92
कुल अनुदेशक -19
कुल अनुचर -17
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बीईओ सर्वेश कुमार सिंह का कहना है जो नयी भर्ती हुई है जैसे ही नये अध्यापक मिलेंगे तो एकल विद्यालयों में उनकी नियुक्ति करायी जाएगी।