समितियों में ताले, खाद के किसानों को पड़े लाले
संवाद सूत्र आटा/ सिरसाकलार किसान इस समय खाद की समस्या से जूझ रहे हैं। समिति पर ताले लट
संवाद सूत्र, आटा/ सिरसाकलार : किसान इस समय खाद की समस्या से जूझ रहे हैं। समिति पर ताले लटक रहे हैं। कई दिनों से खाद न आने के कारण किसान परेशान हैं और समिति के चक्कर काट रहे हैं। जिम्मेदारों का कहना है कि डिमांड लगा दी है। जब आएगी तो किसानों को मिलेगी।
आटा में रविवार सुबह करीब 10 बजे सहकारी समिति पर ताले लटके हुए थे। मेज व कुर्सियां हॉल व बरामदे में पड़ी थीं लेकिन वहां पर कोई भी कर्मचारी मौजूद नहीं था। समिति पर आने जाने वाले किसान मायूस होकर लौट रहे थे।इस समिति पर बीते चार दिन से खाद नहीं आई है। जिसके चलते किसान खाद की किल्लत से जूझ रहे हैं। वह खाद के लिए हर रोज चक्कर लगाते हैं, लेकिन किसी को भी यह पता नहीं है कि खाद कब आएगी और वितरण कब किया जाएगा। समिति पर खड़े किसानों ने बताया कि वह बीते चार दिन से समिति के चक्कर काट रहे हैं। उन्हें अब तक खाद नहीं मिली है। जब भी वह समिति पर आते हैं, तो उन्हें खाद न आने की जानकारी दी जाती है। समिति पर उन्हें कोई सही जबाव नहीं मिलता कि आखिर खाद कब खाद आएगी और कब उसका वितरण किया जाएगा।
सिरसा कलार में ग्राम दमरास सहकारी समिति में अभी तक नहीं आई है फिर भी किसान खाद की आस में चक्कर काट रहे हैं। 15 अक्टूबर से खेत की बोआई का समय शुरु हो जाता है लेकिन डीएपी की किल्लत से किसान परेशान घूम रहे हैं। सहकारी समिति से जीतामऊ. मड़ैया, मानपुर, रायपुर सहित कई गांवों के किसान जुड़े हैं। प्राइवेट दुकानदार 270 की बजाय 320 की यूरिया व 1200 की जगह 1300 रुपये की डीएपी की बोरी दे रहे हैं। किसान रणवीर सिंह, रामपाल यादव, नरेश, रघुराज ने बताया सहकारी समिति हर वर्ष खाद की किल्लत रहती है। सचिव जितेंद्र ने बताया की डिमांड लगाई गई है शीघ्र ही खाद मंगवाई जाएगी।
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चेक बैंक में लगाकर डिमांड भेज दी है। जब खाद उन्हें मिलेगी इसके बाद किसानों को खाद का वितरण कर दिया जाएगा। किसान परेशान न हों जल्द ही खाद मिलेगी।
मनीष तिवारी, सचिव