तीन तलाक कहकर पत्नी को मझधार में छोड़ा, मुकदमा दर्ज
जागरण संवाददाता उरई राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में गैर संचारी रोग के सलाहकार व स्वास्थ्य विभाग में जिले के नोडल अधिकारी के तौर पर नियुक्त डा. पीके गंगवार ने शुक्रवार को जिला अस्पताल व जिला महिला अस्पताल का निरीक्षण किया। उन्होंने वार्डों में जाकर सफाई व्यवस्था भी देखी।
जागरण संवाददाता, उरई : मुस्लिम महिला विवाह सुरक्षा अध्यादेश लागू होने के बाद भी तीन तलाक के प्रकरण बंद नहीं हो रहे हैं। शहर के मोहल्ला शिवपुरी निवासी एक महिला द्वारा मायके से एक लाख रुपये न मंगवा पाने पर पति ने भरी पंचायत में तीन तलाक कहकर उससे अपने संबंध खत्म कर लिए। पीड़िता अब मायके में रहने को विवश है। अपने साथ हुई ज्यादती को लेकर उसने कोतवाली में तहरीर दी। पुलिस ने तीन तलाक कानून के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
मोहल्ला शिवपुरी निवासी अंजुम के अनुसार उसकी शादी वर्ष 2013 में इटावा जनपद के संगढाली टोला निवासी अख्तर के साथ हुई थी। शादी के दौरान अपनी सामर्थ्य के अनुसार उसके पिता ने खूब खर्च किया, लेकिन अतिरिक्त मांग को लेकर ससुराल वाले समय-समय पर उसे उत्पीड़ित करते रहे। तमाम जुल्म सहते हुए वह ससुराल में रही, लेकिन पिछले महीने 11 अगस्त को ससुराल वालों ने उसे घर से निकाल दिया। उसका भाई उसे छोड़ने गया तो उसे अपमानित किया। इसके बाद 22 अगस्त को पति अख्तर, जेठ जफर, जेठानी इशरत, सास जरीना उसके घर आये। उसके मायके वालों ने सभी का स्वागत किया। परिवार के अन्य लोग भी बैठे। इसी दौरान साजिश के तहत पति अख्तर ने सबके सामने उससे तीन बार तलाक कह दिया और फिर वहां से मारपीट करते हुए यह कहकर चला गया कि तलाक के बाद अब उसका उससे कोई वास्ता नहीं है। अंजुम की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। प्रभारी निरीक्षक शिवगोपाल सिंह वर्मा का कहना है कि प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए जांच की जा रही है। जल्द आरोपित को गिरफ्तार किया जाएगा।