उरई के रूट की ट्रेनों में दौड़ रहे अवैध वेंडर, सुरक्षा तंत्र विफल
जागरण संवाददाता उरई ट्रेनों में दौड़ रहे अवैध वेंडर पर लगाम लगाना सुरक्षा बल के लिए
जागरण संवाददाता, उरई :
ट्रेनों में दौड़ रहे अवैध वेंडर पर लगाम लगाना सुरक्षा बल के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। झांसी-कानपुर सेक्शन से गुजरने वाली ऐसी कोई ट्रेन नहीं जिसमें 50 से अधिक अवैध वेंडर चहल-कदमी न करते हो। अब सवाल यह है कि यह एक दो दिन नहीं। बल्कि दशकों से प्रत्येक आने और जाने वाली ट्रेन में अवैध रूप से धूम्रपान समेत खाने की सामग्री बेच रहे है। कुछ दिन लॉकडाउन लगने की वजह से ट्रेनों और स्टेशनों पर शांति छा गई थी, लेकिन लॉकडाउन के बाद जैसे ही ट्रेनों की संख्या बढ़नी शुरू हुई है। वैसे ही अवैध वेंडर भी अपने कारोबार में जुट गए हैं। पुराने ढर्रे पर सुरक्षाबलों के सह पर अवैध वेंडर का संचालन फिर से रफ्तार पकड़ने लगा है। एक को देखकर दूसरा भी पैर पसारने शुरू कर दिए है। जल्द ही इन पर लगाम नहीं लगाया गया तो इनकी संख्या कई गुना तेज से बढ़ जाएगी।
--------------------------- हर साल रेलवे का लाखों रुपये का घाटा : ट्रेनों और स्टेशन पर अवैध संचालकों को रोकने के लिए जीआरपी और आरपीएफ जैसे थाने बनाए गए है। फिर भी खुलेआम अवैध धंधों का संचालन हो रहा है। जिसकी वजह से रेलवे के राजस्व को हर माह लाखों की चपत लगाई जा रही है।
------------------------------------------ अवैध वेंडरों की वजह से चोरी की भी होती घटनाएं
ट्रेनों में सामान बेचने के साथ यात्रियों के बैग मोबाइल जैसे सामान लेकर अगले स्टाप पर उतर जाते है। जिसकी वजह यात्रियों को नुकसान का सामना करना पड़ता है। ------------------------------------------------
अभियान में हर साल सैकड़ों लोगों पर की जाती कार्रवाई अवैध लोगों पर धर-पकड़ करने के लिए आरपीएफ अभियान चलाती है, और सैकड़ों लोगों पर हर साल कार्रवाई भी करती है, लेकिन पूरी तरह रोकने में आखिर किस लिए विफल हो जाती है।
----------------------------------------------- बोले जिम्मेदार :
ट्रेनों में दौड़ रहे अवैध वेंडर पर लगाम लगाने के लिए दो दिन से लगातार अभियान चलाकर 12 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। जल्द ही सेक्शन को अवैध वेंडरों से मुक्त कर दिया जाएगा। मुकेश कुमार गुप्ता
प्रभारी आरपीएफ उरई