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जंगल में बड़े स्तर पर हो रहा अवैध कटान

संवाद सूत्र, रामपुरा : सर्दी की दस्तक होते ही जंगल से अवैध कटान भी धड़ल्ले से शुरू हो गई है

By JagranEdited By: Published: Tue, 18 Dec 2018 05:41 PM (IST)Updated: Tue, 18 Dec 2018 05:41 PM (IST)
जंगल में बड़े स्तर पर हो रहा अवैध कटान
जंगल में बड़े स्तर पर हो रहा अवैध कटान

संवाद सूत्र, रामपुरा : सर्दी की दस्तक होते ही जंगल से अवैध कटान भी धड़ल्ले से शुरू हो गई है। जिसमें वन विभाग के स्थानीय कर्मचारियों की मिली भगत उजागर हो रही है। आरा मशीनों पर लकड़ी के ढे़र लगे हैं। जिसका किसी के पास कोई लेखा जोखा नहीं है।

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रामपुरा क्षेत्र की वन विभाग की टीम की मिली भगत से सरकार के जंगल की लकड़ी की धुंआधार कटान चल रही है। जिसमें गरीबों के द्वारा अपने प्रतिपाल के लिए बीनी जाने वाली लकड़ी को विभागीय कर्मचारियों द्वारा छुड़ाकर अपनी वाहवाही करने से नही चूंकते हैं। वहीं लकड़ी माफियाओं द्वारा अवैध कटान चलवाई जा रही है।

रामपुरा का आधे से ज्यादा भाग जंगल एरिया में तब्दील है, जो रामपुरा देहात से शुरू होकर ¨सध नदी एवं पहुज नदी के दोनों ओर जंगल ही जंगल है। जिसमें बिलौड़, जखेता, हु़कूमपुरा, सुल्तानपुरा का जंगल काफी प्रसिद्ध है। इसके अलावा जगम्मनपुर, भिटौरा, कंजौसा भी जंगल में तब्दील है। सबसे ज्यादा अवैध लकड़ी की रामपुरा क्षेत्र में चलती है। जहां पर रोजाना सैकड़ों ¨क्वटल लकड़ी विभागीय कर्मचारियों द्वारा कटवाकर उसे बेच दिया जाता है। बेचने के बाद उस रुपये से अपना जेब गर्म करने में लगे है। इस क्षेत्र की जंगल सीमा ह•ारों एकड़ में है। जहां पर लकड़ी की कटान जारी रहता है। वन विभाग द्वारा लगवाए गए पौधों की देखरेख व सुरक्षा के लिए विभाग द्वारा जंगल मे बो¨रग करवाई गई थी। जिनके लिए इंजन व डीजल की व्यवस्था की गई थी लेकिन मौके पर सूखे पौधे तथा बो¨रग के गड्ढे ही नजर आ रहे हैं।

खुले गड्ढे दे रहे मौत को दावत

भीमनगर के पास जंगल में बो¨रग के गड्ढे खुले पड़े हैं जिन पर रखे गए इंजनों का कोई अता पता ही नहीं है। गड्ढे खुले पड़े होने से उसमे कोई भी जानवर या मानव गिरकर जीवन से हाथ धो सकता है।

विभाग द्वारा नहीं की जाती रखवाली

जंगल की सुरक्षा करने के उद्देश्य से लगाए गए कर्मचारियों द्वारा कभी देखभाल नही की जाती है। बस उनके द्वारा सिर्फ आरा मशीनों के चक्कर काटकर वसूली करने में मशगूल रहते हैं।

कर्मचारियों पर एक नजर

रेंजर -1

वन दरोगा -3

वन रक्षक -4

सामान्य कार्य वन रक्षक -4

इस संबंध में प्रभारी रेंजर ब्रजराज ¨सह चौहान का कहना है कि हम तो प्रभारी हैं। उन्हें कोई विशेष जानकारी नहीं है नए रेंजर आए हैं उनके संज्ञान में जानकारी दी जाएगी।


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