..हुसैन तुमको जमाना सलाम कहता है
जागरण संवाददाता, उरई : मुस्लिम वेलफेयर एसोसिएशन के तत्वावधान में पीरो वाली मस्जिद के मैदान ब
जागरण संवाददाता, उरई : मुस्लिम वेलफेयर एसोसिएशन के तत्वावधान में पीरो वाली मस्जिद के मैदान बरकाती ग्राउंड मे 42वां सालाना दस रोजा का आयोजन किया गया। पैगामे शहीदे आजम की महफिल का आगाज पढ़कर हाफिज फजले अजीम रहमानी ने किया।
आखिरी महफिल यौमे आशूरा की शुक्रवार को सुबह हुई। हाफिज मोनिस चिश्ती, कलीम दानिश व कारी इस्त्राईल अख्तर ने नात व मनकबत पढ़ी। बिहार से आए मुख्य अतिथि हजरत अल्लामा सैय्यद आरफीन अस्दाक ने तकरीर करते हुए कहा कि जब हजरत इमाम मुस्लिम को कूफा में जिस रोज शहीद किया गया, उसी रोज हजरत इमाम हुसैन मक्का से कूफा को रवाना हो पड़े। आपके अहले बैअत मवाली और खुद्दाम कुल 82 लोग आपके साथ थे। यह मुख्तसर सा अहले बैअत का काफिला मक्का से रुखसत हुआ तो मक्का मुकर्रमा का बच्चा बच्चा अहले बैअत के इस काफिले को रुखसत होता देखकर आबदीद और गमगीन हो रहा था। हजरत इमाम हुसैन का यह काफिला जब मकामे शकुक में पहुंचा तो कूफा से आने वाले एक आदमी ने हजरत इमाम हुसैन को बताया कि कूफियों ने बेवफाई की और हजरत मुस्लिम शहीद कर दिए गए। हजरत इमाम हुसैन यह खबर सुनकर बहुत गमगीन हुए। बाद में मौलाना मुश्ताक ने भी खिताब किया और वाक्याते कर्बला पर रोशनी डाली। कमेटी के शारिक बेग बरकाती ने अकीदतमंदों का शुक्रिया अदा किया। महफिल मे मुख्य रूप से नसीर बेग, अब्दुल रज्जाक, वासिक बेग बरकाती, शाहिद चिश्ती, सै. इस्त्राफील, तौसीफ रहमानी, हाजी अब्दुल वहाब, मकसूद अहमद, आकिल, कामिल, तालिब, इमरान, पन्नू, मुख्तार अंसारी, आसिफ, रूमान, वामिक बेग आदि लोग मौजूद रहे।