हैंडपंप खराब, गहराया पेयजल संकट
संवाद सूत्र, रामपुरा : ज्यों ज्यों मौसम का पारा चढ़ रहा है त्यों त्यों ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल
संवाद सूत्र, रामपुरा : ज्यों ज्यों मौसम का पारा चढ़ रहा है त्यों त्यों ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल संकट और बढ़ता जा रहा है। वहीं गिरते हुए जलस्तर को देख लोगों की ¨चताएं और बढ़ने लगी हैं। कुछ समय पहले ही जलसंकट से निजात के लिए कराए गए रीबोर वाले हैंडपंप भी दगा देने लगे हैं, जिससे व्यवस्था पर सवालिया निशान लग रहा है।
रिबोर के बाद भी पानी निकलना हुआ बंद
²श्य एक :- ग्राम पंचायत नावर में 6-7 माह पूर्व रीबोर कर पुन: स्थापित किए गए तीन हैंडपंपों की हालत बिल्कुल खराब हो चुकी है। इस गर्मी के मौसम में जब अभी से यह हाल है तो और आगे क्या होगा? लोग इसी उधेड़बुन में परेशान हैं। प्रधान नाथूराम ने बताया कि जूनियर हाईस्कूल पर लगे हैंडपंप का दो बार रिबोर करवाया गया फिर भी वह पानी देना बंद कर चुका है। वहीं साधन सहकारी समिति पर तथा होम्योपैथी अस्पताल पर लगे हैंडपंपों को भी रिबोर करवाया जा चुका है, वह भी बंद पड़े हैं। जिससे पानी की किल्लत दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। उन्होंने बताया कि इसके शिकायती पत्र उच्चाधिकारियों को दिए जा चुके हैं। वहीं साधन सहकारी समिति के अध्यक्ष रामू चतुर्वेदी कहते हैं कि गर्मी अपने पूरे शबाब पर पहुंचे, उससे पहले हैंडपंपों की मरम्मत करवाई जाए ताकि पानी की किल्लत न हो सके।
कहने को लगे एक सैकड़ा, पानी का है संकट
²श्य दो :- ब्लाक क्षेत्र की ग्राम पंचायत महटौली, जहां पर कहने को तो करीब एक सैकड़ा हैंडपंप लगे हैं लेकिन उनमें से एक दर्जन तो वैसे ही खराब पड़े हैं। कन्या जूनियर हाईस्कूल एवं जगमोहन के दरवाजे पर लगे हैंडपंपों का तो पिछले पांच माह पूर्व रीबोर किया गया था लेकिन हैंडपंपों ने भी पानी देना बंद कर दिया है। जिससे लोग पानी को परेशान हो रहे हैं। इसके अलावा गांव में पांच हैंडपंप और भी हैं जो रीबोर की हालत में हैं, जिसके चलते पेयजल संकट बढ़ता जा रहा है। प्रधान शशि प्रभा कहती हैं कि रीबोर की सूची ब्लाक में दे दी गई है तथा जो थोड़े बहुत खराब होते हैं उनको ठीक करवा दिया जाता है।