अलविदा जुमा की अकीदतमंदों ने घर में ही अदा की नमाज
जागरण संवाददाता उरई कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन लगाया है। इसी के साथ ही रमजान के माह में अलविदा जुमा की नमाज को भी अकीदतमंदों ने सोशल डिस्टेंसिग का पालन करते हुए घर पर ही पढ़ी। लॉकडाउन में अलविदा जुमा की नमाज मस्जिदों में माइक लगाकर अदा कराई गई।
सतर्कता
- कोरोना से बचाव के लिए इस बार बाहर नहीं की इबादत
- अपनों की सुरक्षा को घरों में भी शारीरिक दूरी का पालन किया
जागरण संवाददाता, उरई : कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन लगाया है। इसी के साथ ही रमजान के माह में अलविदा जुमा की नमाज को भी अकीदतमंदों ने सोशल डिस्टेंसिग का पालन करते हुए घर पर ही पढ़ी। लॉकडाउन में अलविदा जुमा की नमाज मस्जिदों में माइक लगाकर अदा कराई गई।
आधा दर्जन मस्जिदों में माइक के माध्यम से जुमे की अजान हुई। तीन-चार लोगों ने मस्जिदों में जाकर अलविदा जुमे की नमाज पढ़ी। जबकि सभी लोगों ने अपने-अपने घरों में नमाज अदा करके दुनिया से कोरोना वायरस को खत्म करने तथा खुशहाली लाने के लिए अल्लाह से दुआएं मांगी। लोगों ने कहा कि जब पूरे देश में महामारी फैली हुई है तो वह लोग भी सरकार की गाइड लाइन का पालन करते हुए घरों में ही नमाज अदा करेंगे। इसके साथ ही सभी लोगों ने घर पर ही अलविदा जुमा की नमाज अदा की। वहीं कालपी में खानकाह मोहम्मदिया, शाही जामा मस्जिद, बड़ी मस्जिद, शुभान मस्जिद में जुमे की अजान तो पुकारी गई। लेकिन लॉक डाउन का पालन करते हुये नमाजियों ने अपने-अपने घरों में जोहर की नमाज अदा की। मुफ्ती-ए-शहर मौलाना अशफाक अहमद ने पवित्र रमजान-उल-मुबारक माह में रोजा रखने तथा नमाज पढ़ने की बात कही। उपजिलाधिकारी कौशल कुमार लगातार मस्जिदों का भ्रमण करते रहे। उपजिलाधिकारी ने कहा कि लोगों ने घरों में ही नमाज अदा की तथा प्रशासन का सहयोग बनाये रखा।