सड़क किनारे फेंका जाता 70 टन कूड़ा
जासं,उरई : शहर से दिन भर में लगभग 70 टन कूड़ा निकलता है। मगर, इसके निस्तारण की व्यवस्था
जासं,उरई : शहर से दिन भर में लगभग 70 टन कूड़ा निकलता है। मगर, इसके निस्तारण की व्यवस्था ही नहीं है। फिलहाल शहर के बाहर सड़क किनारे कूड़ा फेंक दिया जाता है। अन्ना पशुओं की धमाचौकड़ी के कारण गंदगी सड़क तक आ जाती है। राहगीरों को तो परेशानी होती ही है, साथ में आसपास की बस्तियों के लोग भीषण दुर्गध से जूझते रहते हैं।
शहर में कूड़ा निस्तारण की समुचित व्यवस्था न होने से स्वच्छता मिशन को झटका लग रहा है। कूड़ा निस्तारण की योजना फिलहाल फाइलों में कैद है। नगरपालिका को मजबूरी में शहर के बाहर की बस्तियों के आसपास सड़क किनारे कूड़ा फेंकना पड़ता है। अन्ना पशुओं के विचरण करने से गंदगी सड़क तक फैल जाती है। आसपास बस्तियों में रहने वालों को भारी दिक्कत होती है।
मगरायां में बनना था डंपिंग ग्राउंड
चार वर्ष पहले नगरपालिका ने शहर के नजदीक मगरायां में भूमि देखी थी। यहां डं¨पग ग्राउंड बनना लगभग तय था, लेकिन बाद में पेंच फंस गया। जिससे नगरपालिका को अपने हाथ खींचने पड़े।
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बोले जिम्मेदार
शहर से निकलने वाले कूड़े के निस्तारण के लिए जगह चिह्नित कर ली गई है। कोटरा नगर पंचायत की जमीन मिली है। यहां कूड़ा निस्तारण प्लांट का निर्माण सुनिश्चित हुआ है। इसके लिए एक कंपनी से करार हो गया है। प्लांट में कूड़े से जैविक खाद बनाए जाने की योजना है। जल्द ही समस्या का निराकरण हो जाएगा।
- संजय कुमार, अधिशासी अधिकारी, नगरपालिका परिषद