खेतों में भरा पानी, नष्ट हो गई फसलें
संवाद सूत्र, आटा : शुक्रवार को लगातार मूसलाधार बारिश होने से खेतों में पानी भर गया। जिससे
संवाद सूत्र, आटा : शुक्रवार को लगातार मूसलाधार बारिश होने से खेतों में पानी भर गया। जिससे खेत तालाबों में बदल गए हैं और उनमें बोई हुई फसल बर्बाद हो रही है। अपनी मेहनत का हाल देख अन्नदाता सिर पर हाथ रख बैठ गए।
जिले में कुछ समय पहले तक जहां खेत एक-एक बूंद पानी को तरस रहे थे, वहीं अब हालात यह हैं कि खेत जलमग्न हैं। कभी सूखा तो अब अतिवृष्टि से किसान परेशान हैं। इस वर्ष भी कम बारिश की आशंका के चलते किसानों ने कम पानी लगने वाली फसलें तिल, उर्द व मूंग खेतों में लगाई थी लेकिन किसानों के मंसूबों पर मूसलाधार बारिश ने पानी फेर दिया। बारिश से तिल की ज्यादातर फसल बर्बाद हो गई। खेतों में अधिक पानी भर जाने से खरीफ की फसलों में काफी नुकसान हो गया है। मानसून आने के बाद जुलाई की शुरुआत में कम बारिश होने से किसानों को आशंका हुई कि इस वर्ष भी कम बारिश होगी। इसलिए यहां के किसानों ने कम पानी लगने वाली फसलें तिल, ज्वार, बाजारा, मूंग लगाईं लेकिन अगस्त के महीने में भारी बारिश होने के कारण खेत तालाबों में तब्दील हो गए और उनमें लगी हुई फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई। कृषि वैज्ञानिक डा. राजीव कुमार ने बताया कि अत्यधिक पानी बरसने से खेतों में पानी भर गया है। जिससे कि खरीफ की फसल (तिल, मूंग और उर्द) बर्बाद हो रही है।