Move to Jagran APP

महत्वपूर्ण---एयरपोर्ट धमकी अपडेट : ऑनलाइन गेम की लत ने बहका दिए थे कदम

जागरण संवाददाता, उरई : मियामी एयरपोर्ट को उड़ाने की धमकी देने वाले 12 वीं के छात्र को श

By JagranEdited By: Published: Sat, 03 Nov 2018 11:17 PM (IST)Updated: Sat, 03 Nov 2018 11:17 PM (IST)
महत्वपूर्ण---एयरपोर्ट धमकी अपडेट : ऑनलाइन गेम की लत ने बहका दिए थे कदम
महत्वपूर्ण---एयरपोर्ट धमकी अपडेट : ऑनलाइन गेम की लत ने बहका दिए थे कदम

जागरण संवाददाता, उरई : मियामी एयरपोर्ट को उड़ाने की धमकी देने वाले 12 वीं के छात्र को शायद इस बात का अंदाजा नहीं था कि वह कितनी बड़ी मुसीबत में फंस सकता है। ऑनलाइन गेम की लत में वह ऐसा बहका कि मम्मी के अकाउंट से ऑनलाइन भुगतान कर 70 हजार के बिटकॉइन खरीद लिए। एक साइबर ठग की बातों में आकर इसे गेम में लगाया। जीती हुई रकम वापस न मिलने पर धमकी दे डाली।

loksabha election banner

शहर के एक मोहल्ले में रहने वाले छात्र के पिता ने बताया कि वह पिछले एक साल लैपटॉप और मोबाइल पर ऑनलाइन गेम खेल रहा था। इस बात की जानकारी थी लेकिन ये नहीं पता था कि बेटा ऐसा कदम उठा लेगा। पिता के मुताबिक एक साइबर ठग ने उसे तीन गुना रकम होने का लालच देकर उकसाया। छात्र ने अपनी के मां के अकाउंट से चुपचाप 70 हजार रुपये का ऑनलाइन भुगतान कर बिटकॉइन खरीदे और गेम में लगा दिए। इसमें वह जीत गया लेकिन जीती हुई रकम उसे नहीं मिल सकी। इससे वह तनाव में था। इसे वापस लेने के लिए ही उसने इंटरनेट की मदद से अमेरिकी सुरक्षा एजेंसी एफबीआइ में शिकायत दर्ज कराई। कई बार बातचीत हुई लेकिन जब सुनवाई नहीं हुई तो उसने हवाई अड्डा उड़ाने की धमकी दे डाली।

घर का इकलौता बेटा है छात्र

धमकी देने वाले छात्र के पिता समाजसेवी हैं। वह बताते हैं कि इकलौता बेटा होने के कारण उसकी हर जिद पूरी करते थे। ऑनलाइन गेम खेलते वक्त उसके कदम कब बहक गए ये पता ही नहीं चला। हालांकि पिछले चार माह से वह तनाव में था और इससे उसके स्वभाव में भी परिवर्तन आ गया था।

हाईस्कूल में आए थे 98 फीसद अंक

ऑनलाइन गेम की लत लगने से पहले छात्र पढ़ाई में अव्वल था। हाईस्कूल में पढ़ाई के दौरान उसके 98 फीसद अंक आए थे, हालांकि 11 वीं उसे सिर्फ 62 फीसद अंक ही मिले। इसकी वजह ऑनलाइन गेम ही थी।

तीन दिन पहले ले गई थी एसटीएफ

छात्र के पिता ने बताया कि तीन दिन पहले अचानक एसटीएफ ने घर पर छापा मारा। पहले तो उन्हें समझ ही नहीं आया कि हो क्या रहा है। टीम छात्र को लैपटॉप और मोबाइल के साथ हिरासत में ले गई। वहां पूछताछ के बाद उसे निजी मुचलके पर छोड़ दिया गया। अभी उसे गांव में रखा है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.