चाइनीज आतिशबाजी कहीं बन न जाए जान की दुश्मन
संस,कालपी : दीपावली के पर्व को लेकर पटाखों का बाजार सज गया है। यह दीगर बात है कि जिम्मेदा
संस,कालपी : दीपावली के पर्व को लेकर पटाखों का बाजार सज गया है। यह दीगर बात है कि जिम्मेदारों की अनदेखी से सुरक्षा मानकों को ताक पर रख दिया गया है। मानक के अनुसार दुकानें नहीं लगी हैं, वहीं सुरक्षा के पर्याप्त बंदोबस्त नजर नहीं आते हैं। कालपी में तो चाइनीज पटाखों से दुकानें भरी पड़ी हैं। सबसे खास बात यह कि कई दुकानों पर नाबालिग बिक्री करते हुए खुलेआम देखे जा सकते हैं।
तहसील मुख्यालय सहित नगर कस्बों व ग्रामीण क्षेत्र की शुक्रवार से पटाखा बिक्री का काम जोरदारी से शुरू हो गया है। मुख्यालय के नुमाइश मैदान में आधा दर्जन से ज्यादा दुकानें सज गईं हैं। जिनमें लाइसेंस की शर्तो व मानकों की अनदेखी की जा रही है। लगभग हर दुकान में चाइनीज पटाखों का भारी जखीरा सजा है। सबसे अहम बात यह है कि बारूद के इस खतरनाक काम में दुकानदार खुद की जगह अपने बच्चों को बैठाकर बिक्री करा रहे हैं। किसी तरह की अनहोनी होने पर सुरक्षा बंदोबस्त के नाम पर कुछ भी नहीं है। वहीं दुकान से दुकान की दूरी के मानक की भी धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। हद तो यह है कि लाइसेंस देने में तरह-तरह की शर्तें लागू करने के बाद जब दुकानें लगीं तो किसी भी अधिकारी ने मौके पर जाकर यह देखना भी जरूरी नहीं समझा कि उनके दिशा निर्देश का पालन हो भी रहा है या नहीं।
धोखे का दूसरा नाम है चाइना
बाजार में पटाखे खरीदने वालों का कहना है कि उनको मालूम है कि धोखे का दूसरा नाम चाइना है, लेकिन लगभग हर दुकान में चाइनीज ही पटाखों की भरमार है तो मजबूरी में खरीदना पड़ रहा है।
बोले जिम्मेदार
सीओ सुबोध गौतम ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। आतिशबाजी की दुकानों में जाकर देखा जाएगा और प्रतिबंधित पटाखे मिलने पर कार्यवाही की जाएगी।