राष्ट्रीय कृषि बाजार योजना से वंचित किसान
संवाद सहयोगी, कोंच : सितंबर 2016 में ई-नाम परियोजना में शामिल की गई नगर की गल्ला मंडी में
संवाद सहयोगी, कोंच : सितंबर 2016 में ई-नाम परियोजना में शामिल की गई नगर की गल्ला मंडी में भले ही किसान, व्यापारी ई-ट्रे¨डग के माध्यम से अपना व्यापार कर रहे हों लेकिन क्षेत्र के किसान अभी तक राष्ट्रीय कृषि बाजार योजना का लाभ नहीं उठा पा रहे हैं। मंडी में ई-नाम पोर्टल पर 31 हजार 775 किसान और 344 व्यापारी पंजीकृत हैं लेकिन उनका व्यापार अभी भी मंडी से आगे नहीं बढ़ पाया है। मंडी सचिव ने असे¨यग लैब में कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने की मांग की है ताकि व्यापार राष्ट्रीयकृत हो सके।
शुक्रवार को गल्ला मंडी में ई-नाम दिवस का आयोजन किया गया। जिसमें अब तक किए गए आनलाइन व्यापार की समीक्षा की गई। साथ ही सर्वाधिक ई-ट्रे¨डग करने वाले व्यापारियों और माल बेचने वाले किसानों को सम्मानित भी किया गया। इस मौके पर संभागीय उप निदेशक डा. अमित यादव ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा संचालित राष्ट्रीय कृषि बाजार योजना में प्रदेश की 100 मंडियों में नगर की यह मंडी भी शामिल है। योजना से यहां के किसानों को उनकी उपज का वाजिब मूल्य मिल रहा है। वहीं मंडी की अब तक ई-नाम परियोजना में हुई प्रगति के बारे में बताते हुए मंडी के सचिव डा. दिलीप कुमार वर्मा ने माना कि मंडी में कर्मचारियों की संख्या कम है। लैब में कर्मचारी बढ़ जाएं तो अन्य मंडियों में भी व्यापार शुरू किया जा सकेगा। उन्होंने कंप्यूटर आपरेटरों के बढ़ाने की भी बात कही। इस मौके सर्वाधिक ई-ट्रे¨डग करने वाले व्यापारी दिनेश चंद्र अग्रवाल, रामललि अग्रवाल और विनय कुमार तथा सर्वाधिक ई-ट्रेड करने वाले किसान देवेंद्र ¨सह को ईनैम श्री एवं ई नैम कृषकश्री की उपाधि देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर एसडीएम गुलाब ¨सह, गल्ला व्यापार संघ अध्यक्ष अजय गोयल, अजय रावत, बॉबी निरंजन, मिथलेश, सतीश राठौर, केदार नाथ निरंजन मौजूद रहे।
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योजना में पंजीकृत किसान : 31, 775
पंजीकृत थोक व्यापारी : 344
पंजीकृत आढ़ती : 122
ई-ट्रे¨डग से बेचा उत्पाद : 1 लाख 94 हजार 426 ¨क्वटल
बेचे गए उत्पाद का मूल्य : 455.33 लाख
मंडी में कंप्यूटर आपरेटर : चार
आपरेटर की तैनाती : एक गेट पर, एक असे¨यग लैब, एक ई-आक्शन हाल व एक मंडी मित्र का कार्य देख रहा है।