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सीडीओ के 'गोद' में भी गांव नहीं बन सका 'आदर्श'

ट्रक की टक्कर से घायल यूबक की इलाज के दौरान हुई मौत। संवाद सूत्र-महेवा ब्लॉक क्षेत्र के ग्राम शेखपुर गुढा निबासी यूबक जो हमीरपुर में पानी पूड़ी का धन्धा करता था।जहाँ वह 25 दिसंबर को ठिलिया में सामान लाद कर दूसरे स्थान पर ले जा रहा था तभी पीछे से आ रहे तेज रफ्तार ट्रक ने उसे टक्कर मार दी थी जिससे वह गम्भीर रूप से घायल हो गया था तथा ।तभी वहां मौजूद लोगों ने उसे हमीरपुर

By JagranEdited By: Published: Sat, 28 Dec 2019 06:30 PM (IST)Updated: Sun, 29 Dec 2019 06:06 AM (IST)
सीडीओ के 'गोद' में भी गांव नहीं बन सका 'आदर्श'
सीडीओ के 'गोद' में भी गांव नहीं बन सका 'आदर्श'

श्रीधर सिंह चौहान, कालपी

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केंद्र में सत्ता संभालने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांव की बदहाली दूर करने का सपना देखा था। इसी उद्देश्य से सांसद व जिले में तैनात अफसरों को एक-एक गांव गोद लेने का आदेश दिया था। अफसरों ने इस पर अमल किया, लेकिन गांव की बदहाली आज तक समाप्त नहीं हो सकी। सीडीओ के गोद लिए बैरई गांव में गलियों में पूरे वर्ष भर पानी भरा रहता है। हाल यह है कि ग्रामीण पांव में पॉलीथिन बांध घर के सामने बजबजाती गंदगी पार करते हैं। इतना सीडीओ के गोद लिए गांव का निरीक्षण नेता व अफसरों ने भी किया और गंदगी के कोढ़ को मिटाने का आश्वासन भी दिया, लेकिन यह वादे बैरई गांव की जनता के लिए सिर्फ लॉलीपॉप साबित हो रहे हैं। ऐसे में सीडीओ के 'गोद' में बैरई गांव होने के बाद भी उसे 'आदर्श' नहीं बनाया जा सका।

स्वच्छ भारत के दावों पर बैरई गांव बट्टा लगाता है। बाशिदों के घरों के सामने गंदगी का अंबार नजर आता है। सालभर जलभराव कीचड़ और गंदगी के बीच महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को गुजरना पड़ता है। यह हाल तब है जब दो माह पहले उपजिलाधिकारी व बीडीओ को ग्रामीणों ने पूरे गांव में कीचड़ व जलभराव के बीच गलियों का निरीक्षण करवाया था। बीडीओ ने आश्वासन दिया था कि गैंग लगवाकर सफाई कराई जाएगी। अधिकारियों के जाते ही बात भी आई गई हो गई। सांसद से लेकर विधायक तक निजात दिलाने की कर चुके घोषणा

अधिकारियों की बात छोड़ें तो ग्रामीणों के लिए सांसद और विधायक की समस्या से निजात दिलाने की घोषणा भी थोथी ही साबित हुई है। भाजपा की पैदल यात्रा के दौरान सांसद भानू प्रताप वर्मा व विधायक नरेंद्र सिंह जादौन समेत कई दिग्गज नेता पहुंचे थे। कीचड़ के बीच गुजरने के दौरान दर्द महसूस किया और गांव को जलभराव व कीचड़ से मुक्ति दिलाने की घोषणा की। हालांकि समय के साथ सभी यह बात भूल गए। यह है गांव की तस्वीर

मुंशी के दरवाजे से लेकर यादव मोहल्ले की गली कीचड़, जलभराव से पटी पड़ी है। पंडा कुआं से शंकर के घर तक जाने वाली गली का भी यही हाल है। इनके घरों के सामने गंदगी दलदल का रूप ले चुकी है, वह लोग तो पैरों में पॉलीथिन बांधकर आवागमन करते हैं। ग्रामीण सुरेंद्र सिंह, शंकर सिंह, राजू सिंह, बलवान सिंह, जयप्रकाश आदि बताते हैं कि प्रधान के दरवाजे पर ही साफ सफाई होती है। बाकी पूरे गांव में गंदगी का अंबार है। गांव को मुख्य विकास अधिकारी ने गोद ले रखा है फिर भी यहां लोगों को कीचड़ व जलभराव से निजात नहीं मिल पा रही है। कीचड़ व गंदगी की बात संज्ञान में आई है। गांव का सर्वे कराया जाएगा। ग्रामीणों के सामने जो भी समस्याएं हैं, उनको जल्द ही दूर कराया जाएगा।

प्रशांत कुमार, सीडीओ कीचड़ और जलभराव की जानकारी हुई है। बीडीओ से कहकर जल्द सफाई कराई जाएगी। गंदगी रहने की वजह क्या है, इसका भी पता लगाया जाएगा ताकि उसका निदान कराया जा सके।

कौशल कुमार, एसडीएम कालपी


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