नैतिक मूल्यों की स्थापना को ¨चतन जरूरी
जागरण संवाददाता, उरई : बच्चे देश का भविष्य हैं। अगर भावी पीढ़ी को आदर्श रूप प्रदान करना ह
जागरण संवाददाता, उरई : बच्चे देश का भविष्य हैं। अगर भावी पीढ़ी को आदर्श रूप प्रदान करना है तो बच्चों को नैतिक शिक्षा देने की जरूरत है। इसके साथ ही नैतिक मूल्यों की स्थापना के लिए सकारात्मक ¨चतन आवश्यक है। यह बातें प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरी विश्वविद्यालय माउंट आबू से आए भगवान भाई ने शुक्रवार को राजकीय बालिका इंटर कालेज में आयोजित गोष्ठी में कही।
उन्होंने कहा कि चरित्रवान बच्चे ही देश के लिए कुछ रचनात्मक कार्य कर सकते हैं। सद्गुणों को अपनाकर समाजिक भेदभाव को मिटा सकते हैं। वर्तमान में शिक्षा जगत में तर्कों के होने की बावजूद भी समाज में अनेक प्रकार की विकृतियां आने का मुख्य कारण नैतिक शिक्षा की कमी है। उन्होंने कहा कि हमें केवल भौतिक शिक्षा ही नहीं बल्कि नैतिक शिक्षा भी लेनी चाहिए। जिलाधिकारी डा. मन्नान अख्तर ने कहा कि वर्तमान समय में युवा पीढ़ी में भटकाव आ गया है। युवा वर्ग को व्यसनों को त्यागकर चरित्रवान बनना चाहिए। ऐसे रचनात्मक कार्य करने चाहिए जिससे कि देश का विकास हो। एक अच्छे समाज का निर्माण हो सके। डीएम ने कहा कि शांति, एकाग्रता, ईमानदारी, धैर्यता, सहनशीलता आदि मानव का श्रंगार है। जिला विद्यालय निरीक्षक भगवत पटेल ने कहा कि मानवीय मूल्यों की स्थापना के लिए सभी को सामूहिक रूप से प्रयास करने की जरूरत है। मनुष्य की सोच ही उसके कर्मों का आधार बनती है। इस मौके पर बीके मीना दीदी, बीएसए राजेश कुमार शाही, बीके ब्रजभान सहित कई लोग उपस्थित रहे।