एक सप्ताह से पेयजल संकट झेल रहे डकोर के बाशिदे
संवाद सूत्र डकोर भीषण गर्मी के साथ ही पेयजल संकट विकराल होता जा रहा है। जहां पानी की आपूर्ति पाइप द्वारा होती है वहां पर भी कोई न कोई खराबी से नलकूप खराब पड़े हैं। एक सप्ताह से नलकूप खराब होने से डकोर के बाशिदे पेयजल संकट झेल रहे हैं। आरोप है कि कई बार शिकायत की लेकिन कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है। ग्रामीणों का गुस्सा कभी भी सड़क पर फूट सकता है। कस्बे में सड़क किनारे पानी की टंकी बनी है। नलकूप के जरिए करीब दस हजार की आबादी के बीच पानी की आपूर्ति की जाती है। ग्रामीण बताते हैं कि एक सप्ताह से नलकूप का वाल्व खराब है। जिसके बाद से आपूर्ति ठप पड़ी है। सुबह होते ही महिलाएं और बच्चे हैंडपंपों पर बाल्टी लेकर कतार लगाने को मजबूर हैं।
संवाद सूत्र, डकोर : भीषण गर्मी के साथ ही पेयजल संकट विकराल होता जा रहा है। जहां पानी की आपूर्ति पाइप द्वारा होती है, वहां पर भी कोई न कोई खराबी से नलकूप खराब पड़े हैं। एक सप्ताह से नलकूप खराब होने से डकोर के बाशिदे पेयजल संकट झेल रहे हैं। आरोप है कि कई बार शिकायत की लेकिन कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है। ग्रामीणों का गुस्सा कभी भी सड़क पर फूट सकता है।
कस्बे में सड़क किनारे पानी की टंकी बनी है। नलकूप के जरिए करीब दस हजार की आबादी के बीच पानी की आपूर्ति की जाती है। ग्रामीण बताते हैं कि एक सप्ताह से नलकूप का वाल्व खराब है। जिसके बाद से आपूर्ति ठप पड़ी है। सुबह होते ही महिलाएं और बच्चे हैंडपंपों पर बाल्टी लेकर कतार लगाने को मजबूर हैं। ग्रामीण संतोष, मुलायमसिंह, महेंद्र, लखन, संजय, जीतू, आशु आदि बताया कि छोटे-छोटे बच्चों को दूर लगे सरकारी हैंडपंपों व कुआं से पानी भरना पड़ता है। हैंडपंपों पर सुबह से लेकर शाम तक महिलाएं व बच्चे बाल्टी लेकर नंबर के लिए खड़े रहते हैं। कई बार आपस में नोकझोंक भी हो जाती है।
जल संस्थान जेई राहुल कुमार का कहना है कि नलकूप का वाल्व खराब है। एक दो दिनों में समस्या दूर करा दी जाएगी।
बोले ग्रामीण
गर्मी के मौसम में नलकूप खराब होने से पानी का संकट बेहाल किए है। एक सप्ताह से सभी परेशान हैं। पानी की बड़ी समस्या बनी हुई है।
- मुलायम सिंह यादव
हजारों की आबादी होने के बाद भी अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। कई बार शिकायत की गई, लेकिन भीषण गर्मी में भी कोई सुनवाई नहीं कर रहा है। एक सप्ताह से बूंद-बूंद पानी को तरसना पड़ रहा है।
- लखन यादव