डेंगू के बढ़ रहे मरीज, सो रहा जिले का स्वस्थ्य महकमा
जागरण संवाददाता उरई कोरोना संक्रमण में डेंगू के केस
जागरण संवाददाता, उरई : कोरोना संक्रमण में डेंगू के केस घातक हो सकते हैं। फिर भी बुखार के संदिग्ध मरीजों की कोरोना के साथ मलेरिया और डेंगू की जांच नहीं कराई जा रही है। जबकि जिले में तेजी से डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। कुछ लोग तो प्राइवेट तौर पर इलाज करा लेते हैं। जिनकी कांट्रैक्ट ट्रेसिग नहीं हो पाती है। इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग ने अभी तक कोई टीम नहीं बनाई है। जिसकी वजह से आने वाले दिनों में काफी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
मच्छरों के प्रकोप से मलेरिया के बाद डेंगू के भी केस आने लगे हैं। रापटगंज और मुरली मनोहर में शुक्रवार को पांच मरीजों में डेंगू की पुष्टि के बाद स्वास्थ्य विभाग हलकान है। ऐसे में दिन और रात के तापमान में अंतर से वायरल संक्रमण के केस भी बढ़ रहे हैं। बुखार के संदिग्ध मरीजों की कोरोना के साथ डेंगू और मलेरिया की जांच नहीं कराई जा रही। जबकि कोरोना संक्रमित मरीजों को स्टेरायड दिए जाते हैं, ये डेंगू के मरीजों के लिए घातक हो सकते हैं। मलेरिया के मरीजों का अलग इलाज है। इससे बुखार किस कारण से आ रहा है, इसका पता चलने पर ही सही इलाज हो सकता है। जिले में सरकारी आंकड़ों के हिसाब से पांच केस मिले है तो प्राइवेट तौर पर सात केस की पृष्टि हुई है। जो कानपुर और झांसी में रहकर इलाज करा रहे हैं। ये हैं लक्षण
कोरोना गले में खराश, तेज और हल्का बुखार, बहुत अधिक थकान, भूख ना लगना, सांस लेने में परेशानी डेंगू तेज बुखार, शरीर पर लाल चकत्ते पडना। वायरल संक्रमण सर्दी जुकाम और बुखार मलेरिया एक दिन छोडकर बुखार आना, बच्चों में ठंड लगातार तेज बुखार आना।
बचाव के लिए यह करें प्रयोग
- मौसम बदल रहा है, ऐसे में ठंडा और खट्टा खाने से बचे
- घर का बना हुआ पौष्टिक खाना लें
- गर्म पानी का सेवन कर सकते हैं
- सर्दी जुकाम होने पर घर पर भी मास्क लगाएं।
- अपनी तौलिया अलग रखें
- मच्छरों से बचाव करें
- शरीर को ढक कर रखे तीन साल के आंकड़े
वर्ष मलेरिया डेंगू
2018 217 36
2019 120 42
2020 13 05
बुखार से पीडित बच्चों की संख्या तेजी से बढ रही है। मलेरिया, डेंगू और कोरोना को डायग्नोज किया जा रहा है, इससे मरीज जल्द ठीक हो रहे हैं। तीन दिन से ज्यादा का बुखार है तो डॉक्टर से परामर्श जरूर ले लें।
- एसपी सिंह बाल रोग विशेषज्ञ, एसएन जिला अस्पताल रापटगंज और मुरली मनोहर में स्वास्थ्य विभाग की टीम दोबारा जाएगी। कूलर सहित जलभराव के स्थानों पर डेंगू और मलेरिया फैलाने वाले मच्छरों के लार्वा की जांच की जाएगी। साथ ही चिकित्सा शिविर लगाकर मरीजों को परामर्श दिया जाएगा।
- डॉ. अल्पना बरतारिया, मुख्य चिकित्सा अधिकारी