Move to Jagran APP

हादसों के बाद भी डग्गामार वाहन हावी

जागरण संवाददाता, उरई : डग्गामार वाहनों के संचालन की वजह से कई बड़े हादसे हो चुके है

By JagranEdited By: Published: Sun, 03 Feb 2019 07:09 PM (IST)Updated: Sun, 03 Feb 2019 07:09 PM (IST)
हादसों के बाद भी डग्गामार वाहन हावी
हादसों के बाद भी डग्गामार वाहन हावी

जागरण संवाददाता, उरई : डग्गामार वाहनों के संचालन की वजह से कई बड़े हादसे हो चुके हैं, लेकिन प्रशासन उनसे सबक नहीं ले रहा है। हालत यह है कि थानों के सामने से डग्गामार जीपें सवारियां बैठाकर निकल जाती हैं और पुलिस कार्रवाई नहीं करती। कालपी, माधौगढ़, जालौन, कोंच, रामपुरा व सिरसा कलार क्षेत्र में अवैध स्टैंड बनाकर डग्गामार जीपों के राउंड तय कर सवारियां ढोई जाती हैं। यही स्थिति कोटरा क्षेत्र में है।

loksabha election banner

कालपी से कदौरा, उरई से झांसी व कानपुर के बीच करीब पचास डग्गामार जीपें सवारियां ढो रहीं हैं। किसी को भी मुख्य रूटों पर सवारियां बैठाने का परमिट नहीं हैं। कई गाड़ियां फिटनेस से लिहाज से भी बेहद खटारा हैं। उनके संचालन से रोडवेज डिपो को तो नुकसान हो ही रहा है, हमेशा हादसे का खतरा भी बना रहता है। जल्दी के चक्कर में लोग जान जोखिम में डालकर जीपों पर सफर कर रहे हैं। तीन दिन पहले नेशनल हाईवे पर बाईपास मोड़ पर जिस बोलेरो गाड़ी के ऊपर ट्रक पलटने से चार लोगों की मौत हो गई थी, वह भी बिना परमिट के कदौरा से उरई के बीच सवारियां ढो रही थी। गंभीर बात तो यह है कि इस भीषण हादसे के बाद भी प्रशासन की तंद्रा टूटी नहीं है, उरई, जालौन, कोंच, कालपी व कदौरा क्षेत्र में धड़ल्ले से डग्गामार जीपों का संचालन जारी है। इसकी वजह से संभागीय परिवहन विभाग व पुलिस की सत्यनिष्ठा पर सवाल खड़े हो रहे हैं। क्या बोले जिम्मेदार

सीओ सिटी संतोष कुमार का कहना है कि डग्गामार वाहन संचालकों के विरुद्ध जल्द सख्ती से अभियान चलाया जाएगा। साथ ही क्षमता से अधिक सवारियों को बैठाकर चलती पकड़ी गई गाड़ियों के संचालकों के विरुद्ध कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.