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आज से हर रोज वैक्सीन तोड़ेगी कोरोना की चेन

जागरण संवाददाता उरई जिले में कोरोना का पहला केस गत वर्ष 25 अप्रैल को जिला अस्पताल के एक

By JagranEdited By: Published: Fri, 15 Jan 2021 06:39 PM (IST)Updated: Fri, 15 Jan 2021 06:39 PM (IST)
आज से हर रोज वैक्सीन तोड़ेगी कोरोना की चेन
आज से हर रोज वैक्सीन तोड़ेगी कोरोना की चेन

जागरण संवाददाता, उरई : जिले में कोरोना का पहला केस गत वर्ष 25 अप्रैल को जिला अस्पताल के एक चिकित्सक के रुप में सामने आया था। इससे प्रशासन से लेकर आम जनमानस तक में डर और भय का माहौल व्याप्त हो गया, परंतु इस बीमारी का लोगों ने डटकर मुकाबला किया। भले ही अभी वैक्सीन नहीं आई थी, लेकिन लोग ने कोरोना से बचाव के बीच जिदगी को पटरी पर लौटा चुके हैं। आज से वैक्सीन की डोज देकर चेन भी तोड़नी शुरू कर दी जाएगी। शुक्रवार को कोरोना वैक्सीन की डोज लगाने की तैयारियों को अंतिम रुप दिया गया।

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कोरोना से निपटने की तैयारी तेज हो गईं हैं लेकिन पुरानी यादों का स्मरण होता है तो एक बार फिर दहशत छा जाती है। गत वर्ष अप्रैल माह से शुरु हुए कोरोना रोग इस वर्ष दम तोड़ता दिख रहा है। इस साल के जनवरी माह के आंकड़ों पर नजर डाले तो सिर्फ 38 पॉजिटिव केस सामने आए हैं। जबकि पिछले यानी दिसंबर माह की बात करें तो उस माह में 268 केस मिले थे। लोगों की जागरूकता ही है कि वैक्सीन से पहले ही शारीरिक दूरी, मास्क व सैनिटाइजर के दम पर केस की रफ्तार भी बेदम नजर आने लगी है।

25 अप्रैल को आई रिपोर्ट में हुई संक्रमण की पहली पुष्टि

चिकित्सक के पॉजिटिव आते ही अस्पताल परिसर और सीएमओ कार्यालय स्थित आवास पर सैनिटाइजेशन का काम किया गया। यह भी ज्ञात हो कि जिला अस्पताल के डॉक्टर की ड्यूटी 7 अप्रैल को मेडिकल कॉलेज में लगाई गई थी। इसके बाद तीन दिन पूर्व यानि 21 अप्रैल को अचानक डॉक्टर को तेज बुखार के साथ गले में दर्द की शिकायत हुई। फिर पत्नी और बच्चे की जांच कराई गई। इस दौरान वह दोनों भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए। लेकिन इलाज के दौरान ही डॉक्टर की मृत्यु हो गई। जिससे पूरे जिले में दहशत का माहौल व्याप्त हो गया। लोग एक दूसरे से मिलने में कतराने लगे।लोगों ने अपने आप को घरों में बंद कर लिया। यह स्थित लगातार कई महिनों तक चलती रही। अब जनवरी माह आंकड़ों के हिसाब से लोगों के लिए राहत भरा रहा।

तीन किलोमीटर तक रेड जोन घोषित कर दिया

25 अप्रैल को डीएम डॉ. मन्नान अख्तर ने तीन किलोमीटर तक रेड जोन घोषित किया। इतने में पूरा शहर बंद हो गया। चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती लगा दी। लोगों की सुविधा के लिए डीएम ने ऑन कॉल मेडिसिन, दूध व सब्जी को उपलब्ध कराया जाने लगा।

मास्क, सैनिटाइजर व शारीरिक दूरी ही बचाव का सबसे बढ़ा हथियार

प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को जागरूक करते हुए कहा कि सैनिटाइजर, मास्क और दो गज की दूरी ही सभी को नियमित रूप से चलन में लाने है। जिससे आप और आपका परिवार स्वस्थ रह सके। लेकिन आज से इन सब के साथ कोरोना की चेन टूटने लगेगी। क्योंकि स्वास्थ्य विभाग ने जिले में चार सेंटर बनाकर वैक्सीन की डोज पहुंचा दी है। एक दिन में 100 लाभार्थियों को फोन और मैसेज कर बुलाया गया है।

अब तक के आंकड़ों पर एक नजर

माह - पॉजिटिव केस

अप्रैल, 05

मई, 39

जून, 148

जुलाई, 325

अगस्त, 807

सितंबर, 960

अक्टूबर, 600

नवंबर, 701

दिसंबर, 268

जनवरी, 38

कुल अबतक 3891 केस आए सामने

देश में पहला प्लाजमा थेरेपी का किया गया इस्तेमाल

जिला अस्पताल के डॉक्टर सुनील अग्रवाल पर ही देश का पहला प्लाजमा थेरेपी का इस्तेमाल किया गया। इससे हालांकि कुछ सुधार अवश्य देखने को मिला था। लेकिन उनकी जान नहीं बच सकी।

एक नजर आंकड़ों के मुख्य बिदुओं पर

- जनवरी माह में मिले 38 के आंकड़े में कोरोना ने तोड़ा दम

- शारीरिक दूरी व मास्क के साथ अंत की ओर कोरोना का कहर

- उरई के डॉक्टर में ही संक्रमण की पृष्टि से प्रशासन में मचा था हड़कंप

- सबसे ज्यादा सितंबर माह में मिले कोरोना से संक्रमित मरीज

इन चार जगह बनाए गए वैक्सीन सेंटर

- राजकीय मेडिकल कॉलेज

- जिला पुरुष चिकित्सालय

- सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कालपी

- नदीगांव केंद्र


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