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ललितपुर डाकघर घोटाले में सीबीआइ ने बारह साल बाद उरई से पकड़ा एक आरोपित

ललितपुर जनपद के मुख्य पोस्ट आफिस में तीन करोड़ के गबन का मुकदमा दर्ज हुआ था।

By AbhishekEdited By: Published: Wed, 12 Dec 2018 06:33 PM (IST)Updated: Wed, 12 Dec 2018 06:33 PM (IST)
ललितपुर डाकघर घोटाले में सीबीआइ ने बारह साल बाद उरई से पकड़ा एक आरोपित
ललितपुर डाकघर घोटाले में सीबीआइ ने बारह साल बाद उरई से पकड़ा एक आरोपित
जालौन, जेएनएन। ललितपुर जनपद के डाकघर में करीब तीन करोड़ रुपये के गबन के मामले में बारह साल बाद सीबीआइ व कोतवाली पुलिस ने बुधवार को उरई के राजेंद्र नगर से एक आरोपित को गिरफ्तार किया है। कोतवाली में आमद कराने के बाद सीबीआइ टीम उसे साथ ले गई। अब आरोपित को सीबीआइ कोर्ट में पेश किया जाएगा।
सीओ सिटी संतोष कुमार ने बताया कि वर्ष 2006 में ललितपुर जनपद के मुख्य पोस्ट आफिस में करीब तीन करोड़ रुपये का घोटाला हुआ था। निवेशकों के पैसे बाबुओं व अधिकारयों ने सांठगांठ कर हड़प लिए थे। प्रकरण उजागर होने के बाद 14 लोगों के विरुद्ध धोखाधड़ी व गबन की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया था। इनमें से दो आरोपित जनपद जालौन के थे। मामले की विवेचना सीबीआइ की लखनऊ ब्रांच कर रही थी।
राजेंद्र नगर निवासी अवधेश कुमार खरे भी आरोपितों में शामिल था, वह पोस्टआफिस में बाबू के पद पर कार्यरत था। उस समय अवधेश खरे पकड़ में नहीं आया था। सीबीआइ कोर्ट से उसके खिलाफ वारंट जारी हो रहे थे। बुधवार को सीबीआइ की चार सदस्यीय टीम उरई पहुंची। कोतवाली निरीक्षक जगदंबा प्रसाद दुबे, उपनिरीक्षक हरपाल सिंह, राघवेंद्र सिंह, सीबीआइ के निरीक्षक शशांक, विजय की संयुक्त टीम ने राजेंद्र नगर मोहल्ला में दबिश देकर अवधेश खरे पुत्र छोटे लाल को गिरफ्तार कर लिया गया। सीबीआइ टीम उसे अपने साथ ले गई है। पूछताछ के बाद उसे सीबीआइ कोर्ट में पेश किया जाएगा।

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