एक सप्ताह से बैंक का सर्वर फेल, हंगामा
संवाद सहयोगी माधौगढ़ बिजदुवां के मजरा प्राथमिक विद्यालय रामनगर में 61 बच्चे दर्ज हैं प्रधानाध्यापक सुधीर सिंह का कहना है कि दो माह से हैंडपंप खराब है जिसका रीबोर होना है। इसकी शिकायत एडीओ पंचायत छेदालाल
संवाद सूत्र, रामपुरा : एक सप्ताह के बैंक में जमा-निकासी ठप पड़ी है। कस्बा व आसपास के गांवों के लोगों के खाते आर्यावर्त बैंक शाखा में ही हैं। जमा-निकासी के लिए सुबह पहुंचने वाले लोग घंटों इंतजार के बाद निराश होकर लौटते हैं। कई दिनों से कल ठीक होने का आश्वासन सुन रहे ग्राहकों के सब्र का बांध गुरुवार को फूट पड़ा और हंगामा किया गया। लोगों का कहना था कि कई जरूरी काम अटके पड़े हैं। खेती-किसानी भी प्रभावित हो रही है।
कस्बे के साथ नदिया पार के कई गांवों के ग्रामीणों के खाते आर्यावर्त बैंक शाखा में हैं। एक सप्ताह से हालत यह है कि बैंक में सर्वर नहीं आ रहा है। लोग रोजाना बैंक आते हैं और दिनभर रुपये की आस लगाकर शाम को बैरंग लौट जाते हैं। आरोप है कि एक सप्ताह से आश्वासन दिया जा रहा है कि आज नहीं तो कल सर्वर आ जाएगा। गुरुवार को ग्रामीणों का सब्र जवाब दे गया है। बैंक के बाहर नारेबाजी करते हुए हंगामा कर दिया। कहा, उन्हें रुपये ही जरूरत है, लेकिन बैंक कर्मचारी हीलाहवाली कर रहे हैं। बैंक का सर्वर एक सप्ताह में भी ठीक नहीं हो सका है। ग्राहक बाबूलाल धूता, उपेंद्र निनावली, राजू सिद्धपुरा, छोटू टीहर, संतोष कुमार कुसेपूरा, रामकिशोरी पतराही, सोमवती कस्बा, विनीता नगरा आदि ने आरोप लगाते हुए कहा, बैंक कर्मचारी हम गरीबों को रुपये न देकर बड़े खातेदारों को भुगतना कर रहे हैं। हम जब रुपये न मिलने की वजह पूछते हैं तो जवाब में कहते हैं कि नेट नहीं आ रहा है। ग्राहकों का दर्द
सोमवती बहुत दुखी मन से बोलीं कि मेरा बच्चा जालौन में अस्पताल में भर्ती है। उसके इलाज के लिए रुपयों की जरूरत है। दो दिन से भोर होते ही आ जाती हूं। बावजूद इसके रुपये नहीं मिल रहे हैं। मजबूरन किसी सूदखोर की शरण में जाना पड़ेगा। रामकिशोरी कहती हैं कि बैंक से रुपये नहीं निकल रहे हैं। राशन-पानी खरीदना है। बच्चों की ओर देखने से मन उदास हो जाता है। गृहस्थी चलाने में दिक्कत आ रही है। समझ में नहीं आ रहा कि क्या करूं। बैंक में सर्वर न आने की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी जा चुकी है। वह भी जल्द ही इसे ठीक कराने की आश्वासन दे रहे हैं। एक दो दिन में इसे ठीक करा दिया जाएगा।
अभय प्रताप सिंह, शाखा प्रबंधक