Move to Jagran APP

लक्ष्य को प्राप्त करने में उम्र नहीं होती बाधक

संवाद सहयोगी, जालौन : भगवान को अपने भक्तों की रक्षा के लिए विभिन्न रूप में आना पड़ता है और भक्

By JagranEdited By: Published: Thu, 31 May 2018 05:39 PM (IST)Updated: Thu, 31 May 2018 05:39 PM (IST)
लक्ष्य को प्राप्त करने में उम्र नहीं होती बाधक
लक्ष्य को प्राप्त करने में उम्र नहीं होती बाधक

संवाद सहयोगी, जालौन : भगवान को अपने भक्तों की रक्षा के लिए विभिन्न रूप में आना पड़ता है और भक्तों के संकटों को दूर करना होता है। वहीं अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए उम्र उसके कार्य में बाधक नहीं होती है।

loksabha election banner

उक्त बात ग्राम खनुआ में श्रीराम महायज्ञ के तीसरे दिन कथा व्यास शिवम शास्त्री ने श्रद्धालुओं के सम्मुख कही। महायज्ञ के तीसरे दिन ध्रुव की कथा को सुनाते हुए कहा कि उसकी सौतेली मां द्वारा जब पिता की गोद से नीचे फेंक दिया गया तो ध्रुव ने ठान लिया था कि वह पिता से भी ऊंचा स्थान प्राप्त करेगा। इस संकल्प को लेकर वह जंगल की ओर चला गया। उस समय उसकी उम्र मात्र पांच वर्ष की थी। भगवान ने उसकी तपस्या से प्रसन्न हो उसे सर्वोच्च स्थान दिया। आज भी उत्तर की दिशा में अटल ध्रुव तारा है। इसके बाद उन्होंने भक्त प्रहलाद की कथा सुनायी। कथा को सुनने के लिए सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद रहे। रात्रि जागरण में रामलीला का मंचन किया गया जिसमें ताड़का वध, मुनि याचना तथा जनक बाजार की लीला का मंचन किया गया। राम की भूमिका में मनोज कुमार तिवारी, लक्ष्मण आजाद, दशरथ सीताराम के साथ सभी कलाकारों का अभिनय सराहनीय रहा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.