पराली जलाने वालों पर प्रशासन सख्त, चार किसानों पर केस
जागरण संवाददाता उरई खेतों में सफाई के लिए किसान फसल के अवशेष एवं पराली को जला देते हैं इसकी वजह से पर्यावरण बुरी तरह से प्रदूषित हो रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने खेतों में फसल के अवशेष जलाने पर पूरी तरह से रोक लगा दी है
जागरण संवाददाता, उरई : खेतों की सफाई के लिए किसान फसल के अवशेष एवं पराली को जला देते हैं। इसकी वजह से पर्यावरण बुरी तरह से प्रदूषित हो रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने खेतों में फसल के अवशेष जलाने पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। इसके बावजूद पराली जलाने का सिलसिला खत्म नहीं हो रहा है। इसके बाद भी पराली जलाने वाले चार किसानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
चुर्खी थाना पुलिस ने गश्त के दौरान बुधवार को क्षेत्र में चार जगहों पर खेलों में फसल के अवशेष जलाने के मामले पकड़े। इसके बाद खेत मालिकों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। सतरहजू क्षेत्र के लेखपाल कल्लू प्रसाद ने इलाके का मुआयना किया तो भगौरा निवासी दयाल सिंह के खेत में पराली जलती मिली, इसको लेकर लेखपाल ने थाने में शिकायत की। पुलिस ने लेखपाल की तहरीर पर किसान दयाल सिंह के विरुद्ध पराली जला पर्यावरण प्रदूषित करने की धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया है। इसी तरह माता प्रसाद ने भी खेत में सफाई के लिए फसल के अवशेष में आग लगा दी थी। माता प्रसाद के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करा दिया गया है। चुर्खी थाना क्षेत्र के ही ग्राम सरसई में दीपक गुर्जर ने खेत में आग लगा दी थी। लेखपाल कालका प्रसाद ने उनके विरुद्ध मुकदमा दर्ज करा दिया है। कुल चार मुकदमे थाना चुर्खी में दर्ज हुए। जिसके बाद पूरे इलाके में हड़कंप है। हालांकि किसान इसे अपने साथ ज्यादती करार देते हैं।