मजदूर की खुदकशी के मामले में हत्या का आरोप
जागरण संवाददाता, उरई : नगर कोतवाली क्षेत्र में जालौन रोड पर कोल्ड ¨ड्रक एजेंसी के गोदाम म
जागरण संवाददाता, उरई : नगर कोतवाली क्षेत्र में जालौन रोड पर कोल्ड ¨ड्रक एजेंसी के गोदाम में फांसी पर लटके मिले मजदूर के शव के मामले में नया मोड़ आ गया है। उसकी पत्नी ने संदेह जताया है कि उसके पति ने खुदकशी नहीं की है बल्कि उसकी हत्या की गई है। गोदाम में काम करने वाले साथी मजदूरों पर ही उसने आरोप लगाया है। हत्या का मुकदमा दर्ज कराने के लिए परिवार वालों के साथ उसने पुलिस अधीक्षक के समक्ष पेश होकर प्रार्थना पत्र दिया।
डूडा कालोनी निवासी सुनीता के पति आशाराम पुत्र कल्लू की गुरुवार को संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी। कोल्ड ¨ड्रक एजेंसी के गोदाम में उसका शव फांसी पर झूलते मिला था। पुलिस का तर्क है कि उसने फांसी लगाकर लगाकर खुदकशी की है लेकिन सुनीता का कहना है कि उसके पति की हत्या की गई है। दरअसल एजेंसी संचालक मनोज तिवारी की मृत्यु हो चुकी है। बांदा में रहने वाली उनकी पत्नी एजेंसी देखती हैं। वे उसके पति आशाराम पर ज्यादा भरोसा करतीं थीं। यह बात गोदाम में काम करने वाले अन्य मजदूरों को खलती थी। इसी वजह से सुनियोजित तरीके से उन लोगों ने उसके पति की हत्या कर दी। बाद में मामले को आत्महत्या का रूप देने के लिए शव फांसी पर लटका दिया। गुरुवार को वे लोग उसके पति को घर से बोलेरे गाड़ी में बैठाकर ले गए थे। पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर सुनीता ने पति की मौत को लेकर हत्या का मुकदमा दर्ज कराने की गुजारिश की। उसके साथ रामबाबू निषाद, धीरेंद्र, लाल दीवान, रमेश, वीरेंद्र ¨सह, लखन, शिव ¨सह, श्याम किशोर, राजकुमार, बारेलाल, रामसनेही आदि शामिल थे।