खेती का विज्ञान : एक हेक्टेयर में सरसों से होगी 80 हजार की कमाई
-सरसों यानी राई की खेती करके किसान एक हेक्टेयर में 80 हजार रुपये तक की कमाई कर सक
-सरसों यानी राई की खेती करके किसान एक हेक्टेयर में 80 हजार रुपये तक की कमाई कर सकते हैं। अच्छी पैदावार लेने के लिए प्रमाणित व अवरोधी बीज की बोआई के साथ भूमि परीक्षण व उसी के हिसाब से उर्वरक का उपयोग जरूरी है। खर-पतवार नष्ट करने के लिए निराई-गुड़ाईके साथ खर-पतवार नाशक दवा का भी प्रयोग करना चाहिए। कीटों से बचाव के लिए सरसों की बोआई समय से करें तो माहू जैसे कीटों से बचाव हो सकता है, तभी अच्छी पैदावार संभव है।
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खेत की तैयारी
प्रगतिशील किसानों की राय है की सरसों की बोआई करने के लिए खेत की 4 से 5 जुताई करनी चाहिए तथा जब तक इसकी मिट्टी गुड़ी न हो तब तक बोआई नहीं करनी चाहिए। सरसों की बोआई सितंबर माह के अंतिम सप्ताह से अक्टूबर के प्रथम सप्ताह तक कर लेनी चाहिए। इसके बाद बोआई करने से माहू के प्रकोप का खतरा बना रहता है। भूमि का परीक्षण कराने के बाद एक हेक्टेयर में नत्रजन 120 किलो, फास्फोरस 7 किलो और पोटाश 7 किलो डालना चाहिए। प्रमाणित बीज बोएं
सरसों की अच्छी पैदावार लेने के लिए ¨सचित खेतों में कांति वरुणा, क्रांति माया, पूसा गोल्ड, पीएच 406, उर्वशी आदि बीज तथा अ¨सचित खेत में वैभव व टाइप 59 की बोआई किसान कर सकते हैं। एक हेक्टेयर में 5 से 6 किलो बीज का उपयोग करना चाहिए। बीज की गहराई 4 से 5 सेंटीमीटर तथा पौधे से पौधे की दूरी 45 सेंटीमीटर होनी चाहिए। ऐसे करें खर-पतवार नियंत्रित
सरसों की अच्छी पैदावार लेने और खर-पतवार से बचने के लिए पेंडीमेथलीन 30 ईसी/3 लीटर दवा प्रति हेक्टेयर में बोआई के 2 दिन के भीतर स्प्रे कर दें। इससे खर-पतवार कम होगा। इसके अलावा खर-पतवार उग आने पर निराई-गुड़ाई करें। अच्छी फसल लेने के लिए कम से कम एक या दो ¨सचाई करें। पहली ¨सचाई 30 से 35 दिन के बाद वहीं दूसरी ¨सचाई 55 से 65 दिन के बाद कर देनी चाहिए तो सही लाभ मिलेगा।
कीटों से फसल को बचाएं
सरसों में माहू आदि कीड़े लगते हैं। इससे बचाव के लिए डाईमैथोएट30 ईसी एक लीटर एक हेक्टेयर में छिड़काव करें तो फसल में माहू कीट का प्रकोप कम हो जाता है।
-अखिलेश, प्रभारी कृषि बीज भंडार प्रभारी कालपी