ऑनलाइन ठगी के शिकार 11 लोगों को मिले साढ़े पांच लाख
जागरण संवादाता उरई जिले में लगातार बढ़ रहे अ
जागरण संवादाता, उरई : जिले में लगातार बढ़ रहे ऑनलाइन ठगी के मामलों में गुरुवार को लोगों को सुखद खबर मिली। अलग अलग तरह से ऑनलाइन ठगी के शिकार हुए 11 लोगों की पुलिस ने साढ़े पांच लाख रुपये की रकम रिकवर की। साइबर सेल की ओर से की गई यह कार्रवाई अहम इसलिए भी है, क्योंकि अब तक पुलिस मामला दर्ज करने तक ही सीमित रही है। आरोपितों के खाते फ्रीज करने से मिली रकम गुरुवार को एसपी ने पीड़ितों के हवाले की। मामले में अभी ठगी के आरोपित फरार हैं।
एसपी यशवीर सिंह ने बताया कि ठगी की यह रकम तभी वापस कराने में सफलता मिल सकी, क्योंकि पीड़ित लोगों ने समय पर अपनी शिकायत पंजीकृत कराई थी। ठगी के शिकार हुए लोगों में अधिकतर के पास लकी ड्रा और आकर्षक ऑफर देकर झांसा दिया गया था। फोन पर ही बैंक, एटीएम, खाते के विवरण से लेकर कार्ड के पीछे सीवीवी नंबर तक पूछने के बाद ओटीपी भी पूछा गया। सारी जानकारी बताते हुए रकम ट्रांसफर हुई।
इसके अलावा कई के पास ठगों ने बैंक अधिकारी बनकर बैंक की जानकारी पूछी और रकम ट्रांसफर की। ऐसे मामलों में सक्रियता दिखाने को साइबर क्राइम टास्क फोर्स गठित की गई है। टीम ने शिकायतों पर काम कर हाल ही में ठगों के कुछ खाते फ्रीज किए थे। उनके खातों से कुल पांच लाख 51 हजार 145 रुपये मिले। जिन्हें पीड़ितों को लौटा दिया गया। ये हुए थे ठगी के शिकार
सुरेंद्र कुमार निवासी सालाबाद - 48 हजार
गौरव कुमार निवासी ऊमरी - 20 हजार
अभय प्रताप सिंह, निवासी पटेल नगर - दो हजार
मनीष कुमार निवासी महेशपुरा नदीगांव - 28 हजार
रामादेवी पत्नी फूल सिंह निवासी इंदिरा नगर - 24 हजार
सरोज देवी पत्नी पिटू निवासी धौलपुर कैलिया - 85 हजार
स्नेहलता पत्नी वेदप्रकाश निवासी पटेल नगर - 1.90 लाख
रवि कुमार सोलंकी निवासी पिडारी एट - 34 हजार
अशोक कुमार निवासी पुलिस लाइन - चार हजार
कशिश गुप्ता निवासी गांधी नगर - 3550 रुपये
ज्योति निवासी मेडिकल कालेज परिसर - 80 हजार