रेलवे ट्रैक पर मिला युवक का शव, हत्या की आशंका
रिपोर्ट दर्ज करने से पहले पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार ब्लर्ब- मैंडू रोड पीसीएफ गोदाम के पास की घटना, ट्रेन हादसा मान रही पुलिस
संवाद सहयोगी, हाथरस : इगलास के युवक का शव शनिवार दोपहर मैंडू रोड पर मथुरा-कासगंज ट्रैक पर पड़ा मिला। मौके पर पहुंचे परिजनों ने हत्या कर शव ट्रैक पर डालने का आरोप लगाया। पुलिस इसे रेल हादसा बता रही है। एफआइआर से पहले पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
सचिन (18) पुत्र राजेश शर्मा निवासी बेलोठ, इगलास (अलीगढ़) का शव दोपहर लगभग 12 बजे ट्रैक पर मिला। घटना की सूचना पर हाथरस गेट कोतवाली के एसआई अजय कुमार मौके पर पहुंचे। छानबीन के बाद शव को जिला अस्पताल पहुंचाया गया। मृत युवक के पास से मिले मोबाइल के जरिए परिजनों को सूचना दी गई। खबर मिलते ही परिजन मौके पर पहुंचे। जिला अस्पताल में चीख-पुकार मच गई। परिजन हत्या की आशंका जताने लगे। पिता राजेश शर्मा ने बताया कि सचिन पास ही के गांव कजरौठ स्थित स्कूल में कक्षा 11वीं का छात्र था। दो भाइयों में से वह बड़ा था। शनिवार को वह स्कूल नहीं गया। उनके पूछने पर सचिन ने बताया कि उसे हाथरस जाना है, जरूरी काम है। परिजनों का दावा है कि किसी ने फोन कर उसे हाथरस बुलाया था। हाथरस शहर से गांव की दूरी 11 किलोमीटर है। वह बस से हाथरस के लिए निकला था। इसके बाद उसकी मौत की सूचना मिली। परिजनों का कहना है कि मैंडू रोड पर उनकी कोई रिश्तेदारी नहीं है। ऐसे में वहां जाने की वजह समझ से परे है। जिस जगह उसका शव मिला, वहां से कोई रास्ता भी नहीं निकलता, जो वह ट्रैक पार करते समय चपेट में आ गया हो। परिजनों ने पुलिस से मामले में ठीक से जांच कराने की मांग की है।
घटना के समय पुलिस अधीक्षक जयप्रकाश भी वहां से गुजर रहे थे। ट्रैक पर शव होने की जानकारी पर वे मौके पर रुके तथा हाथरस गेट पुलिस को सूचित कराया। एसएचओ हाथरस गेट योगेश सिरोही ने बताया कि मालगाड़ी की चपेट में आने से मौत की सूचना मिली थी। प्रत्यक्षदर्शियों ने भी चपेट में आने की बात बताई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद और स्थिति साफ हो जाएगी।
भाजपा कार्यकर्ता था सचिन
परिजनों ने बताया कि सचिन राजनीति में रुचि रखता था। वह भाजपा का सक्रिय कार्यकर्ता भी था तथा गांव व आसपास के क्षेत्र में होने वाले कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर भाग लेता था। वह सांसद राजेश दिवाकर व सदर विधायक हरीशंकर माहौर से मिलता रहता था।