सज्जन शक्ति की रक्षा के लिए जरूरी है शक्ति की उपासना
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्थापना दिवस व हिन्दू समाज के लिए विजय उत्सव पर रविवार को ऑनलाइन आयोजन में नगर के सहसंघचालक डॉ. यूएस गौड़ ने कहा कि इस त्योहार का मुख्य उद्देश्य धर्म की स्थापना है।
संवाद सहयोगी, हाथरस : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्थापना दिवस व हिन्दू समाज के लिए विजय उत्सव पर रविवार को ऑनलाइन आयोजन में नगर के सहसंघचालक डॉ. यूएस गौड़ ने कहा कि इस त्योहार का मुख्य उद्देश्य धर्म की स्थापना है। इसे प्रभु राम के जीवन से सीखा जा सकता है। उन्होंने वंचित व वनवासी समूहों को संगठित कर शस्त्र और सूझबूझ से रावण को पराजित कर नारी के मान की रक्षा की थी। सज्जन शक्ति की रक्षा के लिए शक्ति की उपासना जरूरी है।
डॉ. गौड़ ने कहा कि संघ की स्थापना को 95 वर्ष पूरे हो चुके हैं। आने वाले समय मे संघ के सामने अनेक चुनोतियां हैं। इनका सामना सेवा कार्य और संगठन शक्ति के द्वारा किया जा सकता है। देश में कश्मीर से धारा 370 की समाप्ति, राममंदिर का निर्माण आरंभ, नागरिकता बिल, तीन तलाक बिल इसके शुभ संकेत हैं। हमें अपने कार्य को सर्वव्यापी और सर्व स्पर्शी बनाना होगा। इसके लिए अब प्रत्येक बस्ती तक शाखा का पहुंचना जरूरी है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल की चुनौतियों में भी हमारा कार्य सेवा करते हुए लगातार बढ़ता गया है। इसमें और नए स्वयंसेवक संघ को मिले हैं। उद्घोषणा केंद्र नवलनगर स्थित कार्यालय को बनाया गया था। संचालन नगर कार्यवाह मुकेश बंसल व मोहित गौतम ने किया। इस अवसर पर जिला प्रचार प्रमुख मनोज अग्रवाल, उमाशंकर गुप्ता, लक्ष्मीकांत, भानु व राजू राठौर, लाखन आदि मौजूद थे। स्वयंसेवकों ने किया शस्त्र पूजन
कार्यकम का आयोजन जिले की हाथरस सहित सादाबाद, सासनी, सिकंदराराऊ तहसील क्षेत्र में भी किया गया। सैकड़ों स्वयंसेवकों ने पूर्ण गणवेश में शस्त्रों का पूजन किया। इस अवसर पर आगामी शरद पूर्णिमा उत्सव प्रत्येक बस्ती में मनाने का संकल्प लिया।