सितम ढाने लगी सर्दी, अलाव व रैनबसेरे का सहारा नदारद
नगर पालिका व प्रशासन ने नहीं शुरू की बेघरों के लिए व्यवस्ता
संवाद सहयोगी, हाथरस : सर्दी का सितम बढ़ चुका है मगर घर से बाहर ठिठुरते लोगों के लिए न तो अलाव व्यवस्था हुई है और न ही रैन बसेरों की।
दिसंबर लगते ही सर्दी ने असर दिखाना शुरू कर दिया है। दिन में भले ही थोड़ी राहत धूप की वजह से मिल रही हो पर रात्रि में सर्दी सितम ढाती है। ठंड से बचाव के लिए हर साल अलाव की व्यवस्था की जाती है। रात में जिनके पास कोई आसरा नहीं होता, उनके लिए रैन बसेरा ही जीवन रक्षक होता है। नगर पालिका में हर साल बनने वाले रैन बसेरों पर ताला लटका हुआ है। पालिका के अलावा जिला प्रशासन ने भी रैन बसेरे की व्यवस्था बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, तालाब चौराहा आदि के आसपास नहीं कराई है। वर्जन-
नगर पालिका में बने रैन बसेरे की पुताई व मरम्मत कार्य पूरा होते ही इसे शीघ्र शुरू करा दिया जाएगा। इसके अलावा आवश्यकता पड़ने पर शहर में अन्य स्थानों पर भी रैन बसेरा व अलाव जलवाने की व्यवस्था शुरू कराई जाएगी।
-डॉ. विवेकानंद गंगवार, ईओ नगर पालिका हाथरस