महिला ने खूबसूरती को बनाया हथियार
-हाइवे पर राहगीरों को लिफ्ट देकर लूटपाट करता रहा है गिरोह -लोगों को झांसे में लेने के लिए कार में साथ रखते थे ब'चे
संवाद सूत्र, हाथरस : तमंचा, पिस्टल या छुरा की बजाय खूबसूरती इस शातिर महिला का हथियार था। राहगीरों को अपनी सुंदरता व बच्चों के जरिए झांसे में लेकर महिला लिफ्ट देती थी। इसके बाद आगे जाकर उन्हें लूट लिया करती थी। यह गिरोह अब तक दर्जनों घटनाओं को अंजाम दे चुका है। इन घटनाओं के बारे में पुलिस छानबीन कर रही है।
पुलिस के हाथ लगी बिसमिल्ला बेगम पहली बार जेल नहीं गई। एसएचओ शैलेंद्र ¨सह ने बताया कि महिला का काफी बड़ा आपराधिक रिकॉर्ड है। जवां थाना क्षेत्र से वर्ष 2012 में गोकशी के मामले में जेल जा चुकी है। अलीगढ़ पुलिस से महिला का आपराधिक इतिहास मांगा गया है। गिरोह में बिसमिल्ला का पति अबरार भी है। इसके चार बच्चे हैं। अबरार अलीगढ़ के थाना गभाना से कई बार जेल जा चुका है। फरार शौकीन खेर व टप्पल क्षेत्र में लूट व पशु तस्करी में जेल जा चुका है। इन चारों बच्चों का इस्तेमाल महिला लूटपाट में करती है। एसएचओ ने बताया कि अपनी सुंदरता व बच्चों के बल पर महिला राहगीरों को लिफ्ट देती है, फिर लूटती है। मडराक स्टेशन के पास की दो घटनाएं महिला ने कबूली हैं।
महिला के पकड़े जाने की सूचना पर मडराक पुलिस भी पूछताछ के लिए सासनी कोतवाली पहुंची। एसएचओ ने बताया कि महिला ने पूछताछ में ज्यादा जानकारी नहीं दी है। अन्य घटना की जानकारी व गिरोह के बाकी सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए इन्हें रिमांड पर लिया जाएगा। एसएचओ के अनुसार कुछ दिन पहले सासनी क्षेत्र में मेटाडोर पेड़ से टकराई थी, जिसमें छह पशु तस्करों की मौत हो गई थी। महिला का गिरोह उस गिरोह से भी जुड़ा था। पशु तस्करी में खतरा बढ़ने के कारण पिछले कई महीने से ये लोग राहगीरों को लूटने लगे थे।