आइजी को हिस्ट्रीशीटरों की जानकारी नहीं दे सके चौकीदार
पुलिस विभाग के नोडल अधिकारी नवीन अरोरा ने किया कोतवाली हाथरस गेट का निरीक्षण खाकी का खयाल -सीसीटीएनएस से लेकर मालखाना व परिसर में साफ-सफाई देखी -कोतवाली हाथरस गेट में 40 मिनट तक चले निरीक्षण से उड़ीं हवाइयां
जागरण संवाददाता, हाथरस : जिले के पुलिस नोडल अधिकारी आइजी नवीन अरोरा को कोतवाली हाथरस गेट के चौकीदार हिस्ट्रीशीटरों की संख्या व नाम नहीं बता सके। कुछ को बीट सिपाही का नाम भी नहीं पता था। अपने दो दिवसीय दौरे में पहले दिन उन्होंने कोतवाली हाथरस गेट का निरीक्षण भी किया। लगभग 40 मिनट तक चले निरीक्षण से स्थानीय अधिकारियों के चेहरे की हवाइयां उड़ी रहीं।
अपने तय कार्यक्रम के अनुसार आइजी नवीन अरोरा सुबह 11 बजे अलीगढ़ रोड स्थित पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस पहुंचे। यहां काफी देर तक एसपी सिद्धार्थ शंकर मीना व एएसपी सिद्धार्थ वर्मा के साथ उनकी बातचीत हुई। अपराह्न तीन बजे आइजी कोतवाली हाथरस गेट पहुंचे। यहां सबसे पहले वे कंप्यूटर कक्ष में पहुंचे। महिला कंप्यूटर ऑपरेटर से सीसीटीएनएस की वर्तमान स्थिति के बारे में जानकारी ली। उन्होंने पूछा कि केस डायरी के पर्चे कंप्यूटर के माध्यम से काटे जा रहे हैं या नहीं? इसके लिए थाने के विवेचक की केस डायरी भी मंगवाकर देखी। सीसीटीएनएस से संबंधित अन्य सवाल किए। थाने में लगे हिस्ट्रीशीटर्स के बोर्ड चेक किए तथा अपडेट करने के निर्देश दिए। मुंशी कार्यालय में मुंशियों से अभिलेखों के बारे में पूछताछ की। रेंडमली अभिलेख चेक भी किए। इसके बाद मालखाने का निरीक्षण किया। मालखाने में लगभग पंद्रह मिनट रुके तथा थाने के एचएम से रिकॉर्ड की जानकारी ली। इसके बाद डाक मुंशी कार्यालय, हवालात, पहली मंजिल स्थित बैरक देखी। थाने के अंदर साफ-सफाई से वे संतुष्ट नजर आए। परिसर के भ्रमण के दौरान कंडम वाहनों के निस्तारण के निर्देश दिए। यहां गांव हतीसा भगवंतपुर के चौकीदार मिहींलाल से हिस्ट्रीशीटर्स की जानकारी ली, लेकिन वे जवाब नहीं दे सके। सर पर लाल स्वाफा न होने के सवाल पर चौकीदार ने बताया कि उन्हें मिला ही नहीं। दादनपुर के चौकीदार प्रेमशंकर ने पूरी पंचायत में केवल एक हिस्ट्रीशीटर होने की जानकारी दी, लेकिन उसका नाम नहीं पता था। वे बीट सिपाही का नाम नहीं बता सके।
वाहनों से संबंधित मुकदमे की जानकारी न होने पर एचएम को टोका तथा लिखने के निर्देश दिए। परिसर में साफ-सफाई के निर्देश दिए। बैरक की नाली तथा एसएचओ कार्यालय के बीच बने गटर के खुले होने पर टोका। अन्य जरूरी निर्देश देने के बाद आइजी लाला का नगला में लगी चौपाल में गए।