गबन के आरोप में फंसे शहबाजपुर के प्रधान
-जिलाधिकारी ने रोके वित्तीय व प्रशासनिक अधिकार -गांव में सोलर लाइट, इंटरलॉ¨कग की व्यय हुई राशि में गबन
जासं, हाथरस : मोदी व योगी सरकार लगातार योजनाओं की पारदर्शिता बढ़ाने के लिए डिजिटल पर जोर दे रही है, लेकिन सरकारी सिस्टम की आंखों में धूल झोंकते हुए प्रधान सरकारी योजनाओं का पैसा हड़पने से बाज नहीं आ रहे। डीएम द्वारा गठित कमेटी की पड़ताल में सोमवार को हसायन के गांव शहवाजपुर के प्रधान पर गबन की पुष्टि हुई। इसके बाद डीएम ने प्रधान के वित्तीय व प्रशासनिक अधिकार सीज कर दिए। प्रधान पर गांव में सोलरलाइट, इंटरलॉ¨कग कार्य का पैसा हड़पने का आरोप है।
हसायन के गांव शहवाजपुर निवासी शिकायकर्ता अमित कुमार, शीलेंद्र, गीता देवी ने अपने गांव के प्रधान महीपाल पर आरोप लगाया है कि गांव में इंटरलॉ¨कग कार्य में प्रधान ने 36,160 रुपये दिखाया लेकिन खर्च सिर्फ 18,080 रुपये हुआ। गांव में सोलर लाइट भी नहीं लगाई है, जबकि उनका भुगतान प्रधान ने लिया है। शिकायत पर डीएम ने प्रधान के खिलाफ जांच के लिए प्राचार्य जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान हाथरस एवं सहायक अभियंता ग्रामीण अभिकरण को नामित किया। जांच में प्रधान पर लगाए गए आरोपों की पुष्टि हुई है। जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंप दी गई है। डीएम ने प्रधान से स्पष्टीकरण लेते हुए अपना पक्ष रखने को कहा, लेकिन प्रधान अपने ऊपर लगाए गए आरोपों के खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं दे पाए, जिसके बाद डीएम ने सोमवार को प्रधान के वित्तीय व प्रशासनिक अधिकार सीज कर दिए। अग्रिम निर्णय तक प्रधान के अधिकार जांच समिति के पास रहेंगे। वर्जन---
जांच समिति ने प्रधान को वित्तीय अनियमितता का दोषी माना है। दोष सिद्ध होने पर प्रधान के अधिकार सीज कर दिए हैं। आगे की कार्रवाई डीएम के आदेश के बाद होगी।
-बनवारीलाल, डीपीआरओ, हाथरस