ट्रायल के दूसरे दिन ही वंदेभारत 'बीमार'
विक्रमशिला एक्सप्रेस से दिल्ली भेजे गए ट्रेन में सवार मीडिया कर्मी अटका पहिया -इंजन में आई खराबी को दूर करने को दिल्ली से बुलाने पड़े इंजीनियर -इटावा में नीलगाय के सामने आ जाने से इंजन में हुई थी गड़बड़ी
जागरण संवाददाता, हाथरस : देश की सबसे तेज दौड़ने वाली सेमी हाईस्पीड ट्रेन वंदेभारत एक्सप्रेस का इंजन शनिवार को हाथरस जंक्शन पर सुबह 8:55 से 10:22 तक फेल रहा। करीब डेढ़ घंटे तक ट्रेन को ठीक करने की कवायद चली। ट्रेन में सवार मीडिया कर्मियों को विक्रमशिला एक्सप्रेस से दिल्ली रवाना किया गया। इंजन फेल होते ही रेल अफसरों के पसीने छूट गए। रेल मंत्रालय को भी सफाई देनी पड़ी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को नई दिल्ली से वंदेभारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। सरकार की उपलब्धियों में शामिल इस ट्रेन की रुकावट ने सरकार की फजीहत करा दी। रेल मंत्रालय के सूत्रों ने स्पष्ट किया है कि रविवार से यात्रियों के लिए इस ट्रेन को संचालित कराने की कोशिश की जा रही है। इटावा में इस ट्रेन के आगे नीलगाय आने से दिक्कतें हुई थीं। चूंकि ट्रेन की बनावट व तकनीक अन्य ट्रेनों से भिन्न है, इसलिए इस ट्रेन की समस्या को समझने में इंजीनियर्स को थोड़ी दिक्कत हुई।
हाथरस जंक्शन स्टेशन पर रुकावट के दौरान ट्रेन की सुरक्षा को लेकर आरपीएफ व जीआरपी के पसीने छूट गए। हाथरस आरपीएफ इंस्पेक्टर हरकेश मीना ने बताया कि ट्रेन की सुरक्षा को लेकर पूरी सतर्कता रखी गई, जिससे कोई ट्रेन को क्षति न पहुंचाए। इस संबंध में गार्ड प्रवीन कुमार ने बताया कि इंजन में नीलगाय के फंसने से कुछ तकनीकी समस्या आई थी, जिसे इंजीनियरों ने दूर कर लिया। ट्रेन को समझना बड़ी चुनौती
वंदेभारत एक्सप्रेस ट्रेन के सभी पार्ट्स आम ट्रेनों से भिन्न हैं। इसलिए इसे समझने में इंजीनियरों को थोड़ी दिक्कतें हुई हैं। शनिवार को सुबह टूंडला से ट्रेन के निकलते ही जब पहिये से धुआं निकलना व आवाज आना शुरू हुआ तो चालक ने ट्रेन को रोक दिया। वर्जन -
8:55 बजे ट्रेन हाथरस जंक्शन पर तकनीकी समस्या की वजह से रुकी थी। 10:22 बजे ट्रेन को ठीक कराकर रवाना किया गया। ट्रेन में सवार मीडिया कर्मियों को दूसरी ट्रेन से रवाना किया गया।
-सुनील गुप्ता, जनसंपर्क अधिकारी, उत्तर मध्य रेलवे