उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी!
सासनी के प्राथमिक विद्यालय नंबर दो में बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री के सवाल पर अटके ब'चे उदासीनता - निरीक्षण को पहुंची थीं अनुपमा जायसवाल व राज्य मंत्री स्वाति सिंह - ¨हदी की किताब नहीं पढ़ सके पांचवीं के ब'चे, मंत्री ने लगाई फटकार
संवाद सूत्र, हाथरस : बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री अनुपमा जायसवाल व राज्य मंत्री स्वाति सिंह के निरीक्षण में बेसिक स्कूलों में शिक्षा के स्तर की पोल खुल गई। दोनों मंत्री कार्यक्रम के बाद सासनी के प्राथमिक विद्यालय नंबर दो में निरीक्षण के लिए पहुंची थीं। यहां बेसिक शिक्षा मंत्री ने कक्षा पांच के बच्चों से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री का नाम पूछा तो बच्चे अटक गए, जवाब मिला- नरेंद्र मोदी। इसे सुनकर दोनों मंत्री हतप्रभ रह गईं। बच्चे ¨हदी की किताब तक नहीं पढ़ा पाए। इसके लिए मंत्री ने विद्यालय में तैनात शिक्षिकाओं को जमकर फटकार लगाई और बच्चों पर गंभीरता से ध्यान देने की नसीहत दी।
राही फाउंडेशन ने दो वर्ष पहले कस्बे के प्राथमिक विद्यालय नंबर दो को गोद लिया था। राज्यमंत्री अनुपमा जायसवाल व स्वाति सिंह का यहां निरीक्षण का कार्यक्रम तय था। ऐसे में विद्यालय में शुक्रवार को अन्य दिनों की अपेक्षा अधिक बच्चे थे। सुबह नौ बजे से बच्चे मंत्रियों के आने का इंतजार करते रहे। दोपहर तक स्कूल समय पूरा हो जाने के बाद भी मंत्री नहीं आईं तो बच्चों ने अपने बस्ते बंद कर लिए, लेकिन बच्चों की छुट्टी नहीं की गई। शाम 4:10 बजे दोनों मंत्री का काफिला विद्यालय पहुंचा। यहां बेसिक शिक्षा मंत्री ने कक्षा पांच के बच्चों से कॉपी में लिखी ¨हदी को पढ़वाकर देखा, जिसे बच्चे नहीं पढ़ पाए। इसके बाद उन्होंने बच्चों से प्रदेश के मुख्यमंत्री का नाम पूछा, तो कई बच्चों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम बताया। कोई बच्चा मुख्यमंत्री का नाम नहीं बता सका। बच्चों के निम्न शैक्षिक ज्ञान को देख बेसिक शिक्षा मंत्री को गुस्सा आ गया। उन्होंने मौजूद शिक्षक व शिक्षिकाओं को जमकर लताड़ लगाई और बच्चों की पढ़ाई में मेहनत करने की नसीहत दी। पूरे दिन बैठे रहे बच्चे
मंत्री द्वारा विद्यालय का निरीक्षण करने का तय कार्यक्रम सुबह 10:30 बजे का था, लेकिन सुबह उनकी ट्रेन लेट होने के कारण वह सीधे ऋण वितरण कार्यक्रम में राजरानी गेस्ट हाउस हाथरस पहुंचीं। दोपहर बाद जब कार्यक्रम खत्म हो पाया। इसके बाद दोनों शाम 4:10 बजे विद्यालय में निरीक्षण करने के लिए पहुंचीं, जबकि बच्चों की छुट्टी का समय अपराह्न तीन बजे का है। बच्चों को सवा घंटे तक मंत्री के आने का इंतजार करना पड़ा। शिक्षकों को पूरे दिन बच्चों को बैठाकर रखना पड़ा। रटाने से नहीं चला काम
मंत्री के आने को लेकर गुरुवार को जहां बेसिक शिक्षा अधिकारी हरीशचंद्र ने विद्यालय में जाकर स्थिति देखी। वहीं शिक्षकों ने बच्चों को अंग्रेजी में गुड मॉर्निग, पहाड़े, गिनती आदि रटाई। लेकिन, निरीक्षण के दौरान शिक्षकों की पोल खुल गई।