64 हजार को हो सकता है खाद्यान्न संकट
आधार कार्ड लिंक न होने से पैदा हो रहे हैं ऐसे हालात दूसरे राज्यों में आएगी दिक्कत ये भी जानिए जनपद में 11 लाख 74 हजार 185 लोग पा रहे हैं राशन - कमिश्नर ने अभियान चलाकर लिंक करने के दिए हैं निर्देश
जागरण संवाददाता, हाथरस : जनपद में 64 हजार 997 लोग ऐसे हैं, जिनके राशन कार्ड में आधार लिक में देरी उनको गैर राज्यों में राशन से दूर कर सकती हैं। शासन इसे लेकर गंभीर है और निर्देश दिए गए हैं कि हर हाल में बचे हुए राशन कार्ड आधार से लिक करा दी जाए। इसमें लेटलतीफी किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसको पूरा करने के लिए राशन डीलरों को लगा दिया जाए।
जनपद में कुल राशन कार्ड में यूनिट संख्या 11 लाख 74 हजार 185 हैं। इन सभी कार्ड को आधार से लिक करने का कई महीने से अभियान चल रहा था। ऐसा इसलिए किया गया ताकि अपने शहर से अगर कोई परिवार दूसरे राज्य में जाकर नौकरी करता है तो उसे वहां उसी राशन कार्ड पर खाद्यान्न यानी चावल व गेहूं की सुविधा मिल जाए। विभागीय स्तर से अभियान चलाकर राशन कार्ड आधार से लिक किए गए। ये काम बिना उपभोक्ता के सहयोग बिना संभव नहीं था। इसके बावजूद भी हाथरस जनपद में 64 हजार 997 लोग ऐसे हैं, जिनके राशन कार्ड में आधार लिक नहीं हो सके हैं। इस संबंध में एक बैठक लखनऊ में खाद्य आयुक्त मनीष चौहान की अध्यक्षता में हुई। बैठक में हाथरस समेत सभी जनपदों के जिला पूíत अधिकारी मौजूद रहे। बैठक में आयुक्त ने सभी को निर्देशित किया कि वह अभियान चलाकर राशन कार्ड को आधार से लिक करा लें। ये भी कहा गया है जो राशन कार्ड आधार से लिक नहीं हुए वह कार्ड धारक अपने इलाके के राशन डीलर से तत्काल संपर्क कर लिक करा लें। ऐसा न होने पर वह गैर राज्यों में खाद्यान्न से वंचित हो सकते हैं। वर्जन
कार्ड धारकों से अनुरोध किया गया है कि वह अपने आधार को राशन कार्ड से लिक करा लें। इसके लिए राशन डीलर से संपर्क किया जा सकता है। उनकी जरा सी लापरवाही खाद्यान्न से वंचित कर सकती है।
स रेंद्र यादव, जिला पूíत अधिकारी हाथरस।
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