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कार्यालयों में कुल्हड़ों का करें प्रयोग : प्रजापति

मिट्टी आवंटन के पट्टों को लेकर सूची तैयार करने को कहा माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष ने कलक्ट्रेट में बुलाई बैठक

By JagranEdited By: Published: Sat, 29 Jun 2019 01:15 AM (IST)Updated: Sat, 29 Jun 2019 01:15 AM (IST)
कार्यालयों में कुल्हड़ों का करें प्रयोग : प्रजापति
कार्यालयों में कुल्हड़ों का करें प्रयोग : प्रजापति

जासं, हाथरस : माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष धर्मवीर प्रजापति ने कहा कि सरकारी कार्यालयों में प्लास्टिक के गिलासों की बजाय मिट्टी के कुल्हड़ों का प्रयोग किया जाए ताकि इस माटी कला का प्रोत्साहन मिले। वे शुक्रवार की शाम बैठक को संबोधित कर रहे थे।

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उन्होंने कहा कि वह जिले में मिट्टी के आवंटन के पट्टों को लेकर पात्रों की सूची तैयार कर लें। इसमें यह भी देखा जाए कि कितने लोग प्रशिक्षण के लिए इच्छुक है। ताकि उन्हें प्रशिक्षित किया जा सके। बैठक में विधायक सिकंदराराऊ वीरेंद्र सिंह राणा, जिलाध्यक्ष गौरव आर्य, एडीएम डा. अशोक कुमार शुक्ला, एसडीएम सदर नितीश कुमार, सादाबाद ज्योत्सना बंधु, सासनी हरीशंकर यादव व सिकंदराराऊ रामश्री मिश्रा आदि मौजूद रहे।

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इंसेट-डीएम की कुर्सी हटवाई

शाम को चार बजे से कलक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी समीक्षा बैठक कर रहे थे। इस दौरान माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष धर्मवीर प्रजापति कलक्ट्रेट पहुंचे। इसके बाद तय होने पर वह डीएम कार्यालय में बैठक की। अध्यक्ष पहले तो डीएम की डेस्क के साइड में बैठे थे और समस्त अधिकारी सामने बैठे हुए थे, कुछ देर बाद वह डीएम की कुर्सी के पास एक अन्य कुर्सी डालकर बैठकर गए। जिलाधिकारी की कुर्सी वहां से हटा दी गई।

मिट्टी के शिल्पकारों को मिलेगा जल्द प्रशिक्षण

जासं,हाथरस: माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष धर्मवीर प्रजापति ने कहा कि मिट्टी व धातुओं के बर्तनों से प्रयोग से बहुत सी बीमारियों दूर हो जाती हैं। आज के इस दौर में बेशक इनका प्रयोग बहुत कम हुआ है लेकिन आज भी प्रदेश के 92 हजार गांवों के मिट्टी के शिल्पकार निवास करते हैं। इनको जल्द ही प्रशिक्षित किया जाएगा। यह प्रशिक्षण पहले कमिश्नरी स्तर पर शुरू होगा।

वे शुक्रवार को पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को पत्र भेजकर मिट्टी शिल्पकारों की सूची मांगी गई है। अभी तक मात्र 11 हजार गांवों की ही रिपोर्ट मिली है, जिनमें साठ हजार परिवार मिट्टी पर आधारित पाए गए हैं।


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