अनियंत्रित बोलेरो ने राहगीरों को रौंदा, दो मरे, तीन घायल
-हाथरस जंक्शन क्षेत्र में गांव रामपुर के निकट हुआ भीषण हादसा, दो बाइक पर थे पांच लोग -ट्रांसफार्मर को तोड़ते हुए खड्ड में पलटी बोलेरो, हादसे से मौके पर अफरा-तफरी
संवाद सहयोगी, हाथरस : हाथरस जंक्शन क्षेत्र के गांव रामपुर के निकट अनियंत्रित बोलेरो ने दो बाइक सवार पांच लोगों को रौंद दिया। इन्हें रौंदते हुए बोलेरो ट्रांसफार्मर को तोड़ते हुए खड्ड में पलट गई। हादसे में दो की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन घायल हुए। इनमें एक की हालत नाजुक बनी हुई। अस्पताल पर काफी संख्या में लोग जमा हो गए। घायलों को उपचार ना मिलने पर हंगामे की स्थिति बनी, लेकिन लोगों ने मामला शांत करा लिया।
कोतवाली हाथरस गेट क्षेत्र के गांव नगला अलगर्जी निवासी सुरेंद्र, गौरीशंकर व सुरजीत पुत्रगण मुन्नालाल तथा यतेंद्र पुत्र उदयवीर निवासी अखईपुर व आकाश निवासी नगला अलगर्जी हाथरस जंक्शन से लौट रहे थे। ये लोग दो बाइक पर थे। गांव रामपुर के पास फ्रेट कॉरिडोर का काम चल रहा है। यहां टाटा प्राइवेट लिमिटेड का कार्यालय है। इस कार्यालय के सामने दोनों बाइक सवारों को सामने आ रही बोलेरो ने रौंद दिया। दुर्घटना में सुरेंद्र (26) और यतेंद्र (35) की मौके पर ही मौत हो गई। ये दोनों एक ही बाइक पर थे। हादसे के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। राहगीर एकत्रित हो गए। सूचना पर हाथरस जंक्शन एसएचओ डीके सिसौदिया मौके पर पहुंचे। ट्रांसफार्मर टूट जाने के कारण बचाव कार्य में देरी हुई। करंट के डर से लोग कार के पास नहीं गए। यह ट्रांसफार्मर फ्रेट कॉरिडोर के लिए ही रखा गया है। घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाया गया। अस्पताल में दोनों युवकों को मृत घोषित कर दिया गया। सूचना पर परिजन व गांव नगला अलगर्जी के लोग भी जिला अस्पताल पहुंच गए। शवों को देखकर चीख-पुकार मच गई। घायलों को आनन-फानन रेफर किया गया। इनमें गौरीशंकर की हालत नाजुक बताई जा रही है। पुलिस के अनुसार बोलेरो सवार सभी लोग सुरक्षित हैं। विद्युत सप्लाई हुई बाधित
विद्युत पोल के डबल जोड़े में टक्कर लगने से उसपर रखा ट्रांसफार्मर जमीन पर गिरकर क्षतिग्रस्त हो गया। वहीं कई विद्युत लाइनें भी क्षतिग्रस्त हो गईं। विद्युत सप्लाई को बंद कराकर कर्मचारी मौके पर पहुंच गए। जहां उन्होंने विद्युत लाइनों को दुरुस्त कराने का कार्य शुरू करा दिया। बताते चले कि ट्रांसफार्मर से मैंडू रोड पर चल रहे रेलवे के कार्य को विद्युत सप्लाई दी जाती है। अस्तपाल में अफरा तफरी
एक बार फिर अचानक कई घायलों के जिला अस्पताल में पहुंचने से इमरजेंसी सेवाओं की पोल खुल गई। घायलों को रेफर करने में जहां काफी समय लगा, वहीं खुद लोगों को स्ट्रेचर उठाकर उसमें मरीज को डालकर एंबुलेंस तक लेकर जाना पड़ा। इमरजेंसी में बेहतर सुविधा न मिल पाने पर लोगों में आक्रोश साफ देखा जा सकता था।