पत्नी से परेशान युवक ने फंदे से लटककर की आत्महत्या
परिजनों ने सास-ससुर को ठहराया जिम्मेदार सुसाइड नोट भी मिला हताशा का हश्र चंदपा कोतवाली के गांव रंगपुरा में युवक का शव मिलने से कोहराम खुदकशी करने वाले की पत्नी एक महीने से मायके में रह रही थी
जागरण संवाददाता, हाथरस : चंदपा कोतवाली क्षेत्र के गांव रंगपुरा में पत्नी व सास-ससुर से परेशान युवक ने फंदे से लटककर जान दे दी। मंगलवार की सुबह शव लटका देख परिजनों में कोहराम मच गया। बताया गया कि उसकी पत्नी एक महीने से मायके में रह रही है। पुलिस को सुसाइड नोट मिला है, जिसके आधार पर छानबीन की जा रही है।
रामकिशोर (23) पुत्र सोरन सिंह की शादी ढाई साल पहले विजया पुत्री कायम सिंह निवासी बरवाना, हाथरस जंक्शन से हुई थी। रामकिशोर का दो माह का बेटा भी है। परिवारिक कलह के चलते एक महीने पहले पत्नी विजया बच्चे को लेकर मायके चली गई थी। मृतक के भाई सोनू के अनुसार रामकिशोर ने उन्हें वापस लाने के लिए काफी प्रयास किए, वे सोमवार की सुबह नौ बजे बाइक से ससुराल गए थे, लेकिन देर रात बिना पत्नी को लिए लौटे। तब तक घर के सभी लोग सो चुके थे। इसलिए वे अपने कमरे में चले गए। सुबह रामकिशोर काम पर नहीं गए। काफी देर तक गेट न खुलने पर उनकी चाची कमरे के पास गईं। खिड़की से झांका तो उनके होश उड़ गए। रामकिशोर का शव कुंदे से लटका हुआ था। प्लास्टिक की रस्सी से फंदा लगाया था। घटना की जानकारी पर चंदपा पुलिस मौके पर पहुंची। दरवाजा तोड़कर शव नीचे उतारा। कमरे से पुलिस को सुसाइड नोट मिला है। उसमें रामकिशोर ने अपनी मौत का जिम्मेदार सीधे पत्नी व सास-ससुर को ठहराया है। उसने लिखा है कि इन्हें सजा मिलनी चाहिए। इन्हीं लोगों ने उसे मरने के लिए मजबूर किया है। उसके घर वाले निर्दोष हैं। रामकिशोर ने आगे लिखा है कि उसकी संपत्ति में से पत्नी को कुछ भी नहीं दिया जाए। उसकी संपत्ति से गांव में ही मां कमला के नाम से मंदिर बनवा दिया जाए।
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। भाई सोनू ने सुसाइड नोट के आधार पर कार्रवाई के लिए पुलिस को तहरीर दी। इधर, घटना की जानकारी पर मृतक की पत्नी व सास-ससुर भी गांव पहुंचे। घटना को लेकर परिजनों की रामकिशोर के ससुरालियों से नोकझोंक भी हुई। शाम तक इनमें समझौते का प्रयास चल रहा था। बड़ा भाई भी कर चुका है आत्महत्या
रामकिशोर का बड़ा भाई जग्गू भी आत्महत्या कर चुका है। छह महीने पहले अपने घर पर ही उसने फांसी लगा ली थी। घरेलू कलह में उसने जान दी थी। उस मामले में पुलिस नहीं पहुंची थी।