महंगाई के चलते सुर्ख हुआ टमाटर
देसी टमाटर आने में देरी से बेंगलुरू व औरंगाबाद से मंगा रहे सब्जी व्यापारी जेब पर भारी परिवहन खर्च बढ़ने से ही महंगी हुईं सब्जियां आम लोगों की पहुंच से दूर प्याज और टमाटर हाल-फिलहाल सस्ता होता नहीं दिख रहा
संवाद सहयोगी, हाथरस : टमाटर की रंगत उम्दा पैदावार के चलते नहीं, इन दिनों महंगाई के कारण बढ़ रही है। आमतौर पर इस सीजन तक देसी टमाटर आ जाता था, मगर इस बार बारिश के चलते कई सब्जियों की फसलों में देरी हुई है। देसी टमाटर पैदा होने में देरी के चलते इसकी कमी को कर्नाटक व महाराष्ट्र पूरा कर रहे हैं। परिवहन खर्च बढ़ने से टमाटर काफी महंगा पड़ रहा है। सब्जियों के स्वाद को बरकरार रखने के लिए लोग महंगा टमाटर खरीद तो रहे हैं, मगर इसकी मात्रा घट गई है।
सब्जियों में टमाटर महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इसके बिना सब्जियां बेस्वाद रहती हैं। टमाटर सब्जियों के अलावा सलाद आदि में भी बहुतायत में प्रयोग किया जाता है। इन दिनों टमाटर की बढ़ती कीमतें के कारण यह सलाद से गायब हो चुका है। तमाम घरों में सब्जियों में भी इसकी मात्रा घट गई है।
एक सप्ताह के अंदर टमाटर की कीमत दस रुपये प्रति किलो तक बढ़ी है। पिछले दिनों टमाटर की कीमत 30 से 40 रुपये किलो के बीच थी मगर अब 50 से 60 रुपये किलो बिक रहा है। थोक में भी इसकी कीमत 45 से 50 रुपये है। जनपद में बिक रहा बेंगलुरू का टमाटर
स्थानीय स्तर इसी मौसम में टमाटर की नई फसल आती है। इस बार देर तक हुई बारिश से फसल में भी देरी हुई। कई राज्यों में आलू-प्याज की फसल में भी देरी हुई है, जिसका असर दिखने लगा है। यहां टमाटर की भरपाई कर्नाटक के बेंगलुरू व महाराष्ट्र के औरंगाबाद से पूरी की जा रही है। बाहर से आने के कारण टमाटर महंगा पड़ रहा है। वहां की जलवायु के कारण ही यह टमाटर कमी तो पूरा कर देता है पर स्थानीय स्तर पर होने वाले टमाटर का स्वाद नहीं दे पाता। दीपावली के बाद आ
जाएगा देसी टमाटर
बाजार में दीपावली के बाद देसी टमाटर के आने की उम्मीद है। उसके आते ही टमाटर की कीमतें भी 10 से 20 रुपये किलो तक पहुंच सकती हैं। तब तक नए आलू की आवक भी शुरू होने से कीमतें स्वयं ही गिर जाएंगी। फिलहाल दीपावली तक सब्जियां जेबें ढीली करती रहेंगी।
खाने के स्वाद को बिगाड़
रहीं महंगी होती सब्जियां
टमाटर ही नहीं, अन्य सब्जियों की भी कीमतें बढ़ गई हैं। पिछले सप्ताह से लेकर अब तक सब्जियों की कीमतों में जबरदस्त उछाल आया है। सब्जियों के उतरते-चढ़ते भाव
सब्जी, थोक, फुटकर, पिछले हफ्ते फुटकर
अरबी, 35, 50, 40
प्याज, 40, 50, 40
अदरक, 100, 140, 120
नींबू, 80, 130, 110
हरा धनिया, 150, 200, 175
लहसुन, 200, 250, 200
गोबी, 50, 60, 40
शिमला मिर्च, 50, 60, 45 इनका कहना है-
मंडी में टमाटर बेंगलुरू व औरंगाबाद से आ रहा है। दीपावली के बाद ही देसी टमाटर आने के बाद कीमतें कम होंगी। अन्य सब्जियों की कीमत भी दीपावली के बाद कम हो जाएंगी।
-मोहम्मद शाहिद आढ़ती मंडी टमाटर ही नही अन्य सब्जियां भी काफी महंगी हैं। आम आदमी के लिए तो हरी सब्जियां भी उसके बजट से बाहर हैं। महंगाई के चलते लोग जरूरतभर की सब्जी खरीदते में भी संकोच करते हैं।
-उस्मान, ग्राहक